महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ आक्रोश है, MP में भी बनेगी कांग्रेस की सरकार: दिग्विजय सिंह

भाजपा की सरकार शासन नहीं करती है, व्यवसाय करती है और व्यवसाय भी पार्टनरशिप में करती है। यहां हर चीज में और हर स्तर पर कमीशन बाजी है: दिग्विजय सिंह

Updated: May 16, 2023, 04:00 PM IST

सिवनी। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कमर कस ली है। कांग्रेस पार्टी के दोनों शीर्ष नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह प्रदेशभर के दौरे कर रहे हैं। इसी क्रम में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह मंगलवार को सिवनी पहुंचे। यहां उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला।

पूर्व सीएम ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, 'प्रदेश की जनता ने 2018 में हमें चुना था, लेकिन कुछ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के धोखे से हमारी सरकार गिर गई। कमलनाथ के नेतृत्व में जो सरकार बनी थी उसने अपने वादे पूरे करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी थी। हमने किसानों के कर्ज माफ़ी का वादा किया था।  प्रदेश में जितने ओवर ड्यू किसान थे, उन्हें 2 लाख तक का कर्जा माफ़ करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। 50 हजार से 1 लाख तक कर्ज माफ़ हो गया था। यदि सरकार नहीं गिरती तो हम एक-एक वादा पूरा करते और किसानों का अब तक पूरा कर्ज माफ़ हो गया होता।'

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सिंह ने आगे कहा, 'मेरे कार्यकाल में गरीबों को 300 रुपए प्रतिमाह वृद्धावस्था पेंशन मिलती थी। इन्होंने एक पैसा भी नहीं बढाया, जिसकी बजह से लोग दुखी थे। हमारी सरकार ने वादा किया था कि वृद्धा पेंशन 1000 रुपए प्रतिमाह कर देंगे। हमने 600 रू तत्काल बढ़ा के दे दिए थे और अगले साल 1000 रू कर देते। बिजली के बिलों के मामले मे भी जो हमने वादा किया था पूरा किया। मेरे कार्यकाल में 10 साल तक किसानों से बिजली का बिल नहीं लिया गया। 10 साल तक गरीबों को 1 बत्ती कनेक्शन मुफ्त में दिया गया। भाजपा आई तो बिजली का बिल बढ़ा-बढ़ा के वसूल किया। कई लोगों की संपत्ति कुर्क की गई। जेल भेजा गया। वहीं कांग्रेस की सरकार आते ही किसानों का बिल आधा कर दिया गया। 1 रू प्रति यूनिट का रेट तय हुआ। यहाँ तक कि मध्यमवर्गीय परिवारों को भी इसका लाभ मिलने लगा।'

सिंह ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, '
भाजपा की सरकार शासन नहीं करती है, व्यवसाय करती है और व्यवसाय भी पार्टनरशिप में करती है। पहले मुख्यमंत्री, फिर मंत्री, सरकार के बड़े अधिकारी, भाजपा के बिचौलिए, भाजपा के विधायक और फिर भाजपा के नेता। हर चीज में और हर स्तर पर कमीशन बाजी है। आज तक भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। व्यापमं के प्रकरण में जिन्होंने पैसा दिया वो गिरफ्तार हुए, लेकिन जिन लोगों ने पैसा लिया उनकी जाँच पूरी नहीं हो पाई।'


सिंह ने कहा, 'ऑनलाइन एग्जाम में सभी जगह भारी भ्रष्टाचार हुआ है। कई बार पेपर आउट हुआ है। कई बार लोगों से फीस वसूली की गई लेकिन एग्जाम नहीं हो पाए। परीक्षा नहीं हो पाई। कांग्रेस के राज में बेरोजगार युवक युवतियों से कोई एग्जामिनेशन फीस नहीं ली जाती थी। इन्होंने फीस भी ली, सैकड़ों करोड़ों रूपए इकठ्ठे भी किये और कोई नौकरियां भी नहीं दी। कांग्रेस पार्टी ने हमारे समय यह तय किया था की शासकीय नौकरी उसी को दी जाएगी जो एमपी का निवासी हो, लेकिन वो निर्णय भी भाजपा सरकार ने वापस ले लिया।'

सिंह ने कहा, 'हमने जनपद पंचायत, जिला परिषद, नगर पालिका, नगर निगमों को को तमाम अधिकार दिए थे। आज पंचायती राज चौपट है और पूरे तरीके से इसका सरकारीकरण हो चूका है। बिना सरकारी कर्मचारी की मंजूरी के पंचायत में कोई काम ही नहीं हो पा रहा है। मैं यहाँ के सिवनी के आसपास और एमपी के सभी लोगों से कहना चाहता हूं कि आप हर राजनैतिक दल की योजना, रीति, नीति व कार्यक्रम के आधार पर वोट दीजिए। प्रदेश में चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच में है। कुछ क्षेत्रीय दल चुनाव लड़ते हैं। वह सरकार बनाने के लिए नहीं लड़ते है, केवल वोट काटने के लिए लड़ते हैं। चाहे AIMIM हो, चाहे AAP हो, चाहे GGP हो अथवा BSP हो। यह केवल कांग्रेस को हराने के लिए और भाजपा से सौदेबाजी करके ही चुनाव लड़ते हैं।'

सिंह ने कहा, 'आज लोगो में काफी नाराजगी है। शिवराज सिंह के प्रति, भाजपा के प्रति नाराजगी है। भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ, महंगाई के खिलाफ, बेरोजगारी के खिलाफ, अन्याय अत्याचार के खिलाफ लोगों में नाराजगी है। निर्दोष कांग्रेस पार्टी के नेताओं को परेशान किया जा रहा है, उनसे जमीनें छीनी जा रही हैं। मकान गिराए जा रहे हैं। झूठे केस में जिला बदर किए जा रहे हैं, झूठे केस में गिरफ़्तारी हो रही है। इन सारी बातों को लेकर लोगो में जो नाराजगी है वो आप देखेंगे की इस साल के नवम्बर में वोटिंग होगी और निश्चित तौर पर सरकार की कांग्रेस ही बनेगी।'