अलीराजपुर। जिला जेल में आदिवासी महिला से गैंगरेप का मामला सामने आया है। गैंगरेप के आरोप में दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों जेल प्रहरियों जेल कैंपस में बने सरकारी मकान में बुलाकर रेप की वारदात को अंजाम दिया। दरअसल महिला का पति जेल में बंद था, महिला उससे मिलने जेल पहुंची थी। इस दौरान आरोपियों की नीयत खराब हुई। उन्होंने किसी कागजात के बहाने उसे मकान में बुलाया और दुष्कर्म किया। दरअसल कुछ महीने पहले महिला और उसके पति को पुलिस ने फर्जी शादी कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था। महिला को कोरोना की वजह से पेरोल पर छोड़ दिया गया था।

महिला से गैंगरेप का मामला करीब 3 महीने पुराना बताया जा रहा है। अब पति के जेल से बाहर आने के बाद  महिला ने इसकी शिकायत थाने में की है। अपनी शिकायत में आदिवासी महिला ने जेल प्रहरी अनिल त्रिवेदी और वीरेंद्र यादव के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज करवाई है। महिला का कहना है कि आरोपियों ने महिला और उसके पति को जान से मारने की धमकी दी थी। जिसकी वजह से उसने अब तक मुंह नहीं खोला था। पति के जेल से आने के बाद उसने थाने में शिकायत की है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने दोनों जेल प्रहरियों के खिलाफ रेप और एसटी-एससी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया है।

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अजाक पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता और उसके पति को फर्जी शादी कराने के केस में बड़वानी में गिरफ्तार किया था। शुरुआत में दोनों को बड़वानी के ठीकरी से अलीराजपुर जिला जेल भेज दिया गया था। कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से 5 महीने पहले ही महिला को पेरोल पर छोड़ दिया गया था। जबकि पति जेल में ही थी। वारदात के दिन महिला पति से मिलने जेल पहुंची थी।