नांदेड़ के शासकीय अस्पताल में 7 और मौतें, दवाओं की कमी से 36 घंटे में कुल 31 लोगों की हुई मौत

भाजपा सरकार हज़ारों करोड़ रुपए अपने प्रचार पर खर्च कर देती है, मगर बच्चों की दवाइयों के लिए पैसे नहीं हैं? भाजपा की नज़र में ग़रीबों की ज़िंदगी की कोई कीमत नहीं है: राहुल गांधी

Updated: Oct 03, 2023, 12:36 PM IST

नांदेड़। महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित शासकीय अस्पताल में मौतों का तांडव जारी है। अस्पताल में 4 बच्चों समेत सात और मरीजों की मौत हो गई है। दवाओं की कमी होने के कारण पिछले 36 घंटे में अबतक 31 लोगों की जान जा चुकी है। मृतकों 16 बच्चे भी शामिल हैं। अस्पताल में बड़ी संख्या में हो रही मौतों से हेल्थ सिस्टम पर सवाल खड़ा हो रहा है। आखिर इन मौतों की जिम्मेदारी कौन लेगा ये बड़ा सवाल है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शोकाकुल परिवारों को अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है। उन्होंने भाजपा शासित प्रदेश में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बीजेपी पर हमला भी बोला है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि, 'भाजपा सरकार हज़ारों करोड़ रुपए अपने प्रचार पर खर्च कर देती है, मगर बच्चों की दवाइयों के लिए पैसे नहीं हैं? भाजपा की नज़र में ग़रीबों की ज़िंदगी की कोई कीमत नहीं है।'

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा, ‘मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कल से सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दुर्भाग्यवश 7 और मरीजों की मौत हो गई। मृतकों में 4 बच्चे भी शामिल हैं। राज्य सरकार को जिम्मेदारी तय करनी चाहिए।'

इससे पहले सोमवार देर रात तक 24 मरीजों की मौत हुई थी। उस समय शंकरराव चव्हाण अस्पताल के डीन डॉ वाकोडे ने कहा था कि, '70 से 80 किलोमीटर के दायरे में एकमात्र अस्पताल है। इसलिए मरीज दूर-दूर से इलाज कराने आते हैं। कुछ दिनों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इससे भी दिक्कतें हुईं। एक इंस्टीट्यूट हैफकिन है। हमें उनसे दवाएं खरीदनी थीं, लेकिन वह भी नहीं हुआ। लेकिन हमने स्थानीय स्तर पर दवाएं खरीदीं और मरीजों को मुहैया कराईं।' उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में डॉक्टर और नर्स की कमी है।

बताया जा रहा है कि अस्पताल में 60 से अधिक मरीजों की हालत अब भी नाजुक है। लेकिन उनपर भी कोई ध्यान देने वाला नहीं है। आलम यह है कि मौतों का मामला थामने का नाम नहीं ले रहा है। इन आंकड़ों में लगातार इजाफा होता जा रहा है।।विपक्ष इस घटना को लेकर एकनाथ सरकार पर हमलावर है। विपक्ष का कहना है कि इस घटना की जिम्मेदारी महाराष्ट्र की ट्रिपल इंजन सरकार को लेनी चाहिए।

इधर छत्रपति संभाजीनगर के घाटी अस्पताल में पिछले 24 घंटे में 2 नवजात समेत 14 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। घाटी अस्पताल में दवा की कमी बतायी जा रही है। सोमवार को भी यहां सिर्फ 15 दिनों की दवा की सप्लाई बची थी, ऐसे में नागरिक दवा के लिए हाथों में दवा की पर्चियां लेकर घूमते नजर आ रहे थे। डॉक्टरों के अनुसार घाटी अस्पताल में कई मरीज इलाज के लिए काफी देर से भर्ती होते हैं  ऐसे में मृत्यु दर बढ़ रही है। कुछ लोगों का कहना है कि मौत का कारण दवा की लगातार कमी है।