नई दिल्ली/भरुच। कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल का पार्थिव शरीर गुजरात के भरुच ज़िले में उनके पैतृक गांव में ले जाया जा रहा है। उन्हें उनकी इच्छा के मुताबिक वहीं पर सुपुर्द-ए-ख़ाक किया जाएगा। अहमद पटेल गुजरात के निधन से उनके पुश्तैनी गांव पिरामण में मातम पसरा हुआ है। गांव के लोग भरे मन से उनके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं। 

माता पिता की कब्र के बगल में दफ़न होने की थी अंतिम इच्छा 
अहमद पटेल की अंतिम इच्छा थी कि मौत के बाद उन्हें अपने माता पिता की कब्र के पास ही दफनाया जाए। लिहाज़ा उनके पैतृक गांव में उनके माता पिता की कब्र के पास ही अहमद पटेल को सुपुर्द-ए-ख़ाक करने का इंतज़ाम किया जा रहा है।  

गांव के मौलवी मौलाना रहमान ने बताया कि दिल्ली से आज सुबह 4 बजे फोन आया था कि अहमद पटेल का इंतकाल हो गया। वे भरूच जिले के दिग्गज और प्रिय नेता थे। शांत स्वभाव के अहमद पटेल लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे। उनके निधन की खबर सुनकर पूरे गांव में मातम छा गया। अहमद पटेल का पिरामण गांव से बहुत लगाव था। वे हर मौके पर गांव आया करते थे। 

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बता दें कि अहमद पटेल की गिनती कांग्रेस दिग्गज नेताओं में होती थी। अहमद पटेल के निधन के बाद से ही राजनीतिक हलकों में शोक की लहर है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अहमद पटेल के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा है कि उन्होंने आज अपना सहयोगी और अपना दोस्त खो दिया है। उनकी जगह कोई नहीं ले पाएगा। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमद पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि अहमद पटेल समाज सेवी के रूप में और कांग्रेस पार्टी को मज़बूती प्रदान करने के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अहमद पटेल के निधन पर पर दुख जाहिर करते हुए उनकी पत्नी के नाम भावपूर्ण शोक संदेश भेजा है।