नई दिल्ली। कोरोना निगेटिव आने के बाद सांस लेने में परेशानी की शिकायत को लेकर पिछले सप्ताह दिल्ली के एम्स में भर्ती हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संक्रमण से पूरी तरह उबर गए हैं और जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। एम्स ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है। अमित शाह को 18 अगस्त को तब भर्ती किया गया था, जब उन्होंने थकान, सांस लेने में दिक्कत और शरीर में दर्द की शिकायत की थी। 

इससे पहले कोरोना वायरस पॉ़जिटिव पाए जाने पर अमित शाह को गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोरोना वायरस रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद शाह ने ट्वीट किया था, “आज मेरी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। मैं इसके लिए भगवान का शुक्रिया करता हूं और उन लोगों का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मेरे ठीक होने की कामना कर मुझे और मेरे परिवार को आशीर्वाद दिया। डॉक्टरों की सलाह पर मैं कुछ दिन होम आइसोलेशन में रहूंगा।”

Click: Amit Shah: गृहमंत्री अमित शाह आधी रात एम्स में भर्ती

केंद्रीय कैबिनेट के वे पहले सदस्य थे, जिन्हें कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया था। मेदांता अस्पताल से छुट्टी के बाद अमित शाह डॉक्टरों की सलाह पर होम आइसोलेशन में रहे। उन्होंने 15 अगस्त को घर पर ही झंडा फहराया। कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने के कारण वे राम मंदिर भूमिपूजन कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हो पाए थे।

चर्चा में रही है अमित शाह की बीमारी

गृहमंत्री अमित शाह के स्वास्थ्य को लेकर पिछले कुछ समय से कई तरह की खबरें चर्चाओं में हैं। कोरोना काल में लम्बे समय तक परिदृश्य तक गायब लेने के कारण भी सवाल उठे थे। मई 202 में सोशल मीडिया पर फैलीं तरह की अफवाहों पर खुद गृहमंत्री अमित शाह ने साफ किया था कि उन्हें कोई बीमारी नहीं है। उन्होंने कहा था ' पिछले कई दिनों से कुछ मित्रों ने सोशल मीडिया पर मेरे स्वास्थ्य के बारे में मनगढ़ंत अफवाहें फैलाई हैं। यहां तक कि कई लोगों ने मेरी मृत्यु के लिए भी ट्वीट कर दुआ मांगी है। इस समय देश कोरोना वायरस जैसी वैश्विक बीमारी से लड़ रहा है। देश का गृहमंत्री होने के नाते इन सब दिन रात काम में व्यस्त होने के कारण मैं इन सब पर ध्यान नहीं दे पाया। जब यह मेरे संज्ञान में आया तो मैंने सोचा कि लोग अपनी काल्पनिक सोच का आनंद लेते रहें इसलिए मैंने कोई स्पष्टता नहीं की।'