दिवाली की सुबह गैस चैंबर बनी दिल्ली, खतरनाक स्तर पर पहुंचा AQI, बैन के बावजूद चले पटाखे
गुरुवार रात को दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो गई कि पीएम 2.5 का लेवल 900 तक पहुंच गया था। सुप्रीम कोर्ट के पटाखों पर बैन वाले आदेश के बाद भी राजधानी में पटाखों की खूब आवाज सुनी गई।
नई दिल्ली। दिवाली की रात दिल्ली की आवो हवा एक बार फिर से खतरनाक स्तर पर पहुंच गई। राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों पर लगी रोक का उल्लंघन जमकर किया गया। दिल्ली में गुरुवार को दिवाली की रात बड़े पैमाने पर आतिशबाजी हुई, जिसकी वजह से शहर में हर तरफ जहरीली हवा फैल गई। प्रदूषण इतना कि सांस लेना मुश्किल हो गया है। हर तरफ धुएं के बादल छाए हुए हैं।
दिल्ली में दीपावली के दिन (31 अक्टूबर) शाम 5 बजे रियल टाइम AQI 186 रिकॉर्ड किया गया था। यानी 10-12 घंटों में ही हवा सामान्य से बेहद खराब कैटेगिरी में चली गई। सुबह 6 बजे दिल्ली के आनंद विहार में हवा की गुणवत्ता 395 दर्ज की गई, बहुत ही खराब है। दिल्ली में गुरुवार रात 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 330 दर्ज किया गया था।
आनंद विहार समेत राजधानी के कई इलाकों में एक्यूआई ‘गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया है। शहर की आबो हवा में पीएम 2.5 की सांद्रता बढ़ गई, जिससे सांसों के लिए खतरनाक स्थिति पैदा हो गई है। पिछले साल दिवाली पर आसमान साफ था। अनुकूल मौसमी संबंधी परिस्थितियों की वजह से एक्यूआई 218 दर्ज किया गया था। इसके उलट इस साल दिवाली पर शहर में प्रदूषण का स्तर फिर से अपने पीक पर पहुंच गया है। प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों, पराली जलाने और वाहनों से निकलने वाले धुएं की वजह से स्थिति और खराब हो गई।
आनंद विहार के साथ ही अशोक विहार के हालात भी कुछ खास अच्छे नहीं है। यहां पर सुबह 6 बजे एक्यूआई बेहद खराब 384 दर्ज किया गया। बवाना की स्थिति भी डरा देने वाली रही। यहां हवा की गुणवत्ता 388 दर्ज की गई। बात अगर द्वारका की करें तो सुबह 6 बजे यहां का एक्यूआई 375 दर्ज किया गया।