नई दिल्ली। कोरोना काल में ठंड ने भी रिकॉर्ड तोड़ने शुरू कर दिए हैं। दिल्ली-एनसीआर समेत समूचे उत्तर भारत में ठंड में इजाफा होना शुरू हो गया है। नवंबर में ही ठंड़ ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। दिल्ली में पिछले 10 साल के मुकाबले इस साल नवंबर में सबसे ज्यादा ठंड पड़ी है। इस साल दिल्ली में नवंबर के महीने में औसत न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा है, जो वैसे 12.9 डिग्री सेल्सियस रहता है।

मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अगर हम पिछले साल की बात करें तो नंवबर में औसत न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रहा। 2018 में 13.4 डिग्री सेल्सियस और वर्ष 2017 और 2016 में यह 12.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं इस साल एक नवंबर से 29 नवंबर तक दिल्ली में औसत न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस रहा। यह तापमान करीब एक दशक में सबसे कम तापमान है।

रविवार को न्यूनतम तापमान सात डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। गौरतलब है कि करीब 17 साल बाद 23 नवंबर को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह नवंबर 2003 के बाद से अब तक का सबसे कम तापमान है। उस वक्त न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

दिल्ली में फिर बढ़ सकता है प्रदूषण

दिल्ली के प्रदूषण में जहां पहले कमी देखने को मिल रही थी वहीं अब इसमें इजाफा होने लगा है। हवा की गति कम होने की वजह से हवा में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। शुक्रवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 137 अंक पर रहने की वजह से लोगों साफ सुथरी हवा में सांस ली थी। लेकिन शनिवार के दिन औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 231 अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है। रविवार को भी प्रदूषण का स्तर खराब से बहुत खराब श्रेणी के बीच रहने का अनुमान है। अगले दो दिनों में हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है।