नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ गई हैं। बाबा रामदेव के खिलाफ कोरोना मरीजों का मज़ाक उड़ाने के सिलसले में एक मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मुकदमा पंजाब के जालंधर में दर्ज किया गया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नवजोत सिंह दहिया ने योग गुरु के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। 



विजय सिंह दहिया ने बाबा रामदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा है कि योग गुरु ने अपने एक वीडियो में जिस भाषा का उपयोग किया है, वह सरासर कोरोना मरीजों का अपमान है। आईएमए के उपाध्यक्ष ने कहा है कि बाबा रामदेव द्वारा अपमानजनक टिप्पणियां किया जाना कोरोना मरीजों के इलाज के लिए जारी गाइडलाइंस का साफ तौर पर उल्लंघन है। दहिया ने बाबा रामदेव के खिलाफ कोरोना मरीजों का अपमान करने के सिलसले में आपराधिक मुकदमा और कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। 



दरअसल इस समय सोशल मीडिया पर बाबा रामदेव का वीडियो वायरल है। जिसमें बाबा रामदेव यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि चारों तरफ ऑक्सीजन की ही ऑक्सीजन है। भगवान ने इतनी सारी ऑक्सीजन दी है। बाबा रामदेव आंखों को ऑक्सीजन सिलेंडर की संज्ञा देते हुए कहते हैं कि यह है सिलेंडर इससे सांस भरो। आपत्तिजनक लहजे के साथ साथ बाबा रामदेव यह कहते हुए भी सुनाई दे रहे हैं कि मरीजों को सांस लेना नहीं आता, वे केवल भ्रम और नकारात्मकता फैला रहे हैं कि ऑक्सीजन की कमी है। 





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हालांकि यह पहली मर्तबा नहीं है जब कोरोना काल में बाबा रामदेव विवादों में पड़े हों। कोरोनिल नामक दवा का भ्रामक प्रचार करने के सिलसले में भी वे आलोचनाओं का शिकार हो चुके हैं। वहीं उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले आईएमए उपाध्यक्ष नवजोत सिंह दहिया प्रधानमंत्री मोदी को बंगाल में रैली करने के सिलसिले में सुपर स्प्रेडर बता चुके हैं।