कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लॉकडाउन के बीच रेलवे ने 12 मई से 15 महत्वपूर्ण शहरों के लिए ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। इन सभी शहरों के लिए ट्रेन नई दिल्ली जंक्शन से चलेंगी। इनके लिए बुकिंग 11 मई की शाम 4 बजे से शुरू होनी थी, लेकिन आईआरसीटीसी की वेबसाइट में तकनीकी खामी की वजह से बुकिंग अब शाम 6 बजे से शुरू होगी। आईआरसीटीसी ने यह जानकारी दी है।



इससे पहले रेलवे ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि नई दिल्ली जंक्शन से डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू-तवी के लिए ट्रेन चलेंगी। कोविड-19 केयर सेंटर्स के लिए 20,000 कोच रिजर्व करने और प्रतिदिन 300 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित करने के बाद रेलवे नए रूट पर भी स्पेशल ट्रेन शुरू करेगा।



वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यात्रियों के संबंध में दिशा निर्देश भी जारी किए। मंत्रालय ने कहा कि केवल उन लोगों को ही यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी, जिनके पास कन्फर्म ई-टिकट होंगे। इसके साथ ही यात्रियों को यात्रा के दो घंटे पहले स्टेशन पर पहुंचना होगा।



गृह मंत्रालय ने कहा कि उन यात्रियों को ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी जिनमें कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण नहीं होंगे। इसके साथ ही यात्रा के दौरान शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना पड़ेगा। यात्रा के दौरान मुंह और नाक ढंकना अनिवार्य होगा, यात्रियों को ट्रेन में ही हैंड सैनेटाइजर सुविधा प्रदान की जाएगी।



इधर सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के नियमों में भी बदलाव किए हैं। अब ये ट्रेनें गंतव्य रूट पर तीन स्थानों पर रुकेंगी। साथ ही इनमें अब 1,700 लोग यात्रा करेंगे। पहले एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 1,200 लोग यात्रा कर रहे थे।



रेल मंत्रालय ने भी इस दौरान कुछ सूचानाएं साझा की हैं। मंत्रालय ने बताया कि यात्रा के दौरान प्री-पेड भोजन और ई-कैटरिंग जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं होगी। मंत्रालय ने आगे बताया कि आईआरसीटीसी भुगतान आधारित कुछ खाद्य पदार्थों और बोतलबंद पीने के पानी की व्यवस्था करेगा लेकिन यात्री अगर अपना खाना और पानी खुद लाएं तो ज्यादा बेहतर होगा।



रेल मंत्रालय ने सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की भी सलाह दी है। साथ ही मंत्रालय ने बताया कि यात्रियों को तौलिये, बेडशीट और कंबल इत्यादि भी प्रदान नहीं किए जाएंगे। यात्रियों को खुद ही इनका इंतजाम करना होगा।