नई दिल्ली। पहलगाम में पर्यटकों पर कायरतापूर्ण आतंकी हमले के बाद भारत ने बड़ा राजनयिक कदम उठाते हुए पाकिस्तान के विरुद्ध कई सख्त फैसले लिए हैं। भारत ने सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया है। पाकिस्तानी नागरिकों से कहा गया है कि 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ दें। साथ ही अटारी बॉर्डर बंद करने का ऐलान किया गया है। अब पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा रियायत भी नहीं दी जाएगी।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में गम और गुस्से का माहौल है। बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक हुई। ढाई घंटे चली इस बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अज‍ित डोभाल समेत कई शीर्ष अफसर मौजूद रहे। बैठक के बाद भारतीय सेनाओं को हाई अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है।

बैठक की जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले की गंभीरता को देखते हुए कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) ने 5 बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने बताया कि 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखा जाएगा, जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को त्याग नहीं देता।

अटारी-वाघा चेकपोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा। जो लोग वैध तरीके के साथ सीमा पार कर चुके हैं, उन्हें 1 मई 2025 से पहले लौटना होगा। इसके अलावा पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी SPES वीजा को रद्द माना जाएगा। SPES वीजा के तहत वर्तमान में भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे हैं।

साथ ही नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है। भारत इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा। संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे।