सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार, मंथन के लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज

कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद अब इस बात पर चर्चा शुरू हो गई है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। फिलहाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार को इस रेस में सबसे आगे माना जा रहा है।

Updated: May 14, 2023, 10:38 AM IST

बेंगलुरु। कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिला है। 224 विधानसभा सीट वाले राज्य में पार्टी ने 135 सीटें जीत ली है। अब कांग्रेस पार्टी में कर्नाटक के नए सीएम को लेकर मंथन शुरू हो गया है। फिलहाल, कर्नाटक के सीएम पद की रेस में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार सबसे आगे चल रहे हैं। डी के शिवकुमार कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं, वहीं पूर्व सीएम सिद्धारमैया विधायक दल के नेता हैं।

कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए आज शाम कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बताया कि आज शाम 5.30 बजे बेंगलुरु के होटल शंग्री-ला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक का जो भी नतीजा निकलेगा, उस पर हाई कमान के साथ चर्चा की जाएगी। इन प्रक्रियाओं के बाद ही सीएम के नाम पर अंतिम फैसला होगा।

उधर, सिद्धारमैया के घर के बाहर उनके समर्थकों ने पोस्टर लगाने शुरू कर दिए हैं। इन पोस्टर्स में सिद्धारमैया को कर्नाटक का अगला CM बताया गया है। वहीं, डीके शिवकुमार के घर के बाहर भी इस तरह के पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें उन्हें अगला मुख्यमंत्री बताते हुए जन्मदिन की बधाई दी गई है। बता दें कि कल (15 मई) को उनका जन्मदिन है। उनका जन्म 15 मई 1962 को हुआ था, कल वह 61 साल के हो जाएंगे।

फिलहाल राज्य में सीएम और डिप्टी सीएम को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिद्धारमैया की छवि जन नेता वाली है, इसलिए सीएम के रूप में पहली पसंद वह हो सकते हैं। दूसरी तरफ शिवकुमार जो कि वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं, उन्हें डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। डीके शिवकुमार के भाई और कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने अपने भाई को सीएम बनाने पर ईच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि अगर डीके शिवकुमार को सीएम बनाया जाता है तो वह बेहद खुश होंगे।

आठ बार के विधायक रहे डीके शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो लिंगायतों के बाद दूसरा सबसे बड़ा समुदाय है। अपने छात्रवस्था से ही शिवकुमार कट्टर कांग्रेस समर्थक थे। उन्होंने महज 27 साल की उम्र में अपना पहला चुनाव लड़ा था। वहीं, साल 2013 से 2018 तक कर्नाटक के सीएम रहे सिद्धारमैया ने 2006 में जेडीएस का साथ छोड़कर कांग्रेस से जुड़े थे। कर्नाटक की तीसरी सबसे बड़ी जनसंख्या वाले कुर्बा समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले सिद्धारमैया ने 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी चुनावी साल होगा।