बेंगलुरु। कर्नाटक में सरकार बनते ही कांग्रेस ने जनता से किया हुआ अपना वादा पूरा कर दिया है। शनिवार को शपथग्रहण के कुछ घंटों के भीतर ही सीएम सिद्धारमैया ने कैबिनेट की पहली बैठक बुलाई।कैबिनेट की पहली बैठक में चुनाव के दौरान की गई पांच गारंटी को कांग्रेस सरकार ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।



शनिवार को कैबिनेट की बैठक के ठीक बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पत्रकारों से कहा, "वादे के मुताबिक हमने पांच गारंटी के लिए फंड दिए जाने को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे दी है। आज इसे लेकर आदेश भी जारी कर दिया जाएगा। इसे इसी वित्तीय वर्ष से लागू किया जाएगा। इस पर कुल अतिरिक्त खर्च करीब 50 हज़ार करोड़ रुपये आएगा। अगले हफ़्ते की कैबिनेट मीटिंग में ख़र्च के ब्योरे का खाका तैयार होगा।"



कर्नाटक के नवनियुक्त सरकार के फैसले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हम झूठे वादे नहीं करते। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "जो हम कहते हैं, उसे पूरा करते हैं। पहला दिन, पहली कैबिनेट मीटिंग - कर्नाटक को दी हुई हमारी 5 गारंटी को मंज़ूरी मिल चुकी है।"





बता दें कि राज्य में भाजपा को करारी शिकस्त देने में कांग्रेस के इन वादों ने अहम भूमिका निभाई है। कांग्रेस ने इन पांच वादों की घोषणा चुनावी आचार संहिता लागू होने और मैनिफेस्टो जारी करने से काफ़ी पहले कर दी थी। कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान बार-बार इन वादों को दोहराया था। ऐसे में सरकार बनते ही कांग्रेस ने सभी वादों को मंजूरी दे दी।



क्या हैं ये वादे



1. गृहलक्ष्मी: घर की महिला प्रमुख को 2000 रुपये।



2. गृह ज्योति: बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवार को 200 यूनिट तक बिजली मुफ़्त।



3. अन्न भाग्य: बीपीएल परिवार को 10 किलोग्राम चावल।



4. शक्ति: महिलाओं के लिए मुफ़्त बस सेवा।



5. युवा निधि: बेरोजगार ग्रेजुएट युवाओं को दो साल तक 3,000 रुपये प्रति महीना और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों को 1,500 रुपये प्रति महीना।