नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सभा को बताया कि पिछले 6 महीने में चीन की तरफ से कोई घुसपैठ नहीं हुई। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह जानकारी बीजेपी सांसद डॉक्टर अनिल अग्रवाल के सवाल के जवाब में दी। हालांकि, नित्यानंद राय ने अपने भाषण में 'चीन की आक्रामकता' जैसे शब्दों का प्रयोग किया, लेकिन घुसपैठ जैसे शब्द का प्रयोग करने से बचते रहे। 

नित्यानंद राय ने राज्य सभा को यह भी बताया कि चीन ने 1993-96 के समझौते का उल्लंघन किया है। दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि आक्रामकता और घुसपैठ एक जैसे शब्द नहीं हैं। घुसपैठ का प्रयोग हम आतंकवादियों के लिए करते हैं, जबकि आक्रामकता सैनिकों के लिए।

गृह मंत्रालय की तरह से यह बयान उस समय आया है, जब एक दिन पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के विभिन्न्न क्षेत्रों में संघर्ष की बात कही थी। इन क्षेत्रों में गोगरा, कोंगका ला, पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे शामिल हैं। 

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दूसरी तरफ सरकार ने यह बताया कि भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर घुसपैठ की कोशिशें जारी रहीं। फरवरी से लेकर जुलाई के बीच 6 महीनों में ऐसी 47 कोशिशें हुईं। मंत्रालय ने बताया कि घुसपैठ के ज्यादातर प्रयास बर्फ पिघलने के बाद हुए और सरकार ने इन्हें विफल करने के लिए योजना बना रखी है।