नई दिल्ली। अयोध्या में विवादित स्थल से जुड़े मामले में पक्षकार निर्मोही अखाड़ा के महंत सीताराम दास ने विश्व हिंदू परिषद पर बड़ा आरोप लगाया है। सीताराम दास का कहना है कि राम मंदिर के निर्माण के नाम पर वीएचपी करीबन 1400 करोड़ का चंदा डकार गई। इसके साथ ही दास ने बीजेपी पर भी इशारों इशारों में हमला बोला है। 

चंदा के नाम पर बना लिए भवन 

महंत सीताराम दास का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के नाम पर हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद ने अब तक करीब 1400 करोड़ का चंदा वसूला है।सीताराम दास ने हिंदूवादी संगठन पर आरोप मढ़ते हुए कहा है कि हमने (निर्मोही अखाड़ा) कभी राम मंदिर के नाम पर लोगों से चंदा नहीं लिया जबकि वीएचपी ने लोगों से चंदा भी लिया और अपने लिए भवन का निर्माण करवाया।

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विश्व हिंदू परिषद के अलावा महंत सीताराम दास ने बिना नाम लिए बीजेपी पर भी निशाना साधा। सीताराम दास ने कहा है कि निर्मोही आखाड़ा राम मंदिर विवाद में मुख्य पक्ष है लेकिन इस मुद्दे पर अपनी राजनीति चमकाने के लिए नेताओं ने कब्ज़ा कर लिया। सीताराम दास यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि राम मंदिर निर्माण के नाम पर नेताओं ने  वोट और नोट दोनों बटोर लिए। लेकिन मंदिर निर्माण पर एक पैसा भी खर्च करने की जहमत नहीं उठाई। दास ने आगे कहा कि नेताओं ने मंदिर निर्माण के लिए घर घर जा कर लोगों से एक एक ईंट और पैसा मांगा और पैसों को खा गए।

हालांकि वीएचपी ने दास के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। वीहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने हिंदी के एक प्रमुख अख़बार को बताया कि संगठन के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद पाण्डे ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए बताया है कि आयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए संगठन की ओर से कोई धन संग्रह का कोई आह्वान नहीं किया है।