नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार की नीतियों पर करारा हमला किया है। वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि जिस वक़्त देश में खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं, मोदी सरकार आम कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने को तैयार नहीं है। राहुल ने देश की मौजूदा हालत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आज आम लोगों की हालत पस्त है, लेकिन सत्ता के करीबी पूंजीपति जमकर मुनाफाखोरी कर रहे हैं। 



राहुल गांधी ने ट्विटर के जरिये सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, "खाद्य पदार्थ की महंगाई दर 11.1% पार,लेकिन मोदी सरकार सेंट्रल PSU कर्मचारियों का DA बढ़ाने की बजाय फ्रीज कर रही है।सरकारी कर्मचारियों की हालत पस्त,पूँजीपति ‘मित्र’ मुनाफ़ा कमाने में मस्त।"





बता दें कि 19 नवंबर को सरकार ने केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (CPSE) के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में होने वाली वृद्धि पर 30 जून 2021 तक रोक लगा दी है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से लगाई गई इस रोक का असर 339 केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों के 14.5 लाख से अधिक कर्मचारियों पर पड़ेगा। 





मोदी सरकार गरीबों के अधिकार कुचल रही है : राहुल 



राहुल गांधी ने अपने एक अन्य ट्वीट में मनरेगा के तहत मज़दूरी करने वाले मज़दूरों की परेशानियों का मुद्दा भी उठाया है। राहुल गांधी ने कहा है कि पहले तो केंद्र सरकार ने तुगलकी ढंग से अचानक पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया, जिसकी वजह से करोड़ों मज़दूरों का रोज़गार छिन गया और वे सड़क पर आ गए। इसके बाद उनके एकमात्र सहारे मनरेगा की कमाई को बैंक से निकालना दूभर कर दिया। राहुल ने बेहद तीखे अंदाज़ में टिप्पणी करते हुए लिखा है, सिर्फ़ बातों की है मोदी सरकार, कुचल रही ग़रीबों के अधिकार। मज़दूरों की व्यथा बताने के लिए राहुल ने बाकायदा एक रिपोर्ट भी साझा की है।