नई दिल्ली। सूरत सेशंस कोर्ट द्वारा जमानत की अवधि बढ़ाई जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। राहुल गांधी ने मोदी सरकार के अमृतकाल वाले नारे की तर्ज पर प्रधानमंत्री मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के बीच घनिष्ठता पर तंज कसते हुए कहा है कि उनकी लड़ाई मित्रलाल के विरुद्ध है और उनका एकमात्र उद्देश्य इस देश के लोकतंत्र को बचाना है। 



राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी एक तस्वीर साझा की है। जिसमें वे सूरत सेशंस कोर्ट से बाहर निकलते समय लोगों का अभिवादन करते दिखाई दे रहे हैं। तस्वीर में उनके साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी नज़र आ रही हैं। राहुल गांधी ने तस्वीर को साझा करते हुए लिखा है कि यह मित्रकाल के विरुद्ध लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है और उनके इस संघर्ष में सत्य ही उनका अस्त्र भी है और वही इनका आसरा भी है। 





सोमवार को सूरत के सेशंस कोर्ट ने राहुल गांधी की ज़मानत याचिका पर सुनवाई करते हुए उनकी जमानत बढ़ा दी। राहुल गांधी की अपील पर अगली सुनवाई 13 अप्रैल को होगी। कोर्ट ने उनकी सजा पर फिलहाल के लिए स्टे दे दिया है। कोर्ट ने इस मामले में शिकायतकर्ता के पक्ष को अपना जवाब दाखिल करने के लिए नोटिस जारी किया है और दस अप्रैल तक जवाब देने के लिए कहा है। 



राहुल गांधी को 23 मार्च को सूरत की एक अदालत ने मानहानि के मामले में दोषी ठहराते हुए दो वर्ष की सजा सुनाई थी। अदालत ने इस मामले में राहुल गांधी को जमानत देते हुए उपरी अदालत का रुख करने के लिए एक महीने की मोहलत दी थी।



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राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने के अगले दिन ही उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई। इसके बाद राहुल गांधी को लोकसभा की हाउस कमेटी की ओर से नोटिस जारी किया और उन्हें 23 अप्रैल तक बंगला खाली करने का आदेश भी जारी हो गया। इस पूरे मामले को कांग्रेस बीजेपी और मोड़ सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध करने का आरो लगा रही है।