मध्य प्रदेश की सरकार गरीब मजदूरों के लिए लॉक डाउन संकट में तमाम वादे और दावे कर रही है। लेकिन सच्चाई इसके परे है। गुना जिले में इसकी एक दर्दनाक बानगी देखने को मिली। यहां राजस्थान से आये गरीब मजदूरों को स्कूल के शौचालय में क्वारंटाइन कर दिया गया। बेहद बुरे हालात में ये मजदूर  उसी शौचालय में खाना खा रहे थे और सो रहे थे।

Click  मजदूरों की घर वापसी बनी मजाक

दरअसल इन मजदूरों के लिए राघोगढ़ जनपंच पंचायत के ग्राम टोड़रा में स्कूल में व्यवस्था की जानी थी। लेकिन प्रशासन के जिम्मेदारों की अनदेखी और सरपंच- सचिव की कारगुजारियों के चलते इन्हे स्कूल के शौचालय में ठहराया गया। ये दर्दनाक तस्वीरें सामने आने के बाद राजनीति तेज हुई है। कांग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं इस घटना पर अफ़सोस जताया। विवाद बढ़ने पर जैसे तैसे इन मजदूरों को स्कूल में शिफ्ट किया गया। 

अब जनपद सीईओ जितेंद्र सिंह धाकरे ने कहा है कि इस लापरवाही में जो भी दोषी होंगे उन पर नियमानुसार कार्रवाई होगी। 

क्या कहा विपक्ष के नेताओं ने 

मजदूरों को शौचालय में क्वारंटाइन कराते हुए शौचालय में ही भोजन करवाया जा रहा है..।आपकी सरकार की अक्षमता का ये घिनौना एवं अमानवीय दृश्य देखकर दुखी हूँ..।

- जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री 

शिवराज जी बेहद शर्मनाक। प्रशासन के द्वारा ऐसा अमानवीय व्यवहार हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। घर आए मज़दूरों को इस प्रकार क्वारंटाइन करने के लिए कौन ज़िम्मेदार है? आपसे अनुरोध है कि जल्द से जल्द दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की जाए।

- जयवर्धन सिंह पूर्व मंत्री