सीतापुर। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल से रिहा हो गए हैं। 23 महीने के बाद मंगलवार को आजम खान की सीतापुर जेल से रिहाई हुई है। इस दौरान जिला प्रशासन ने जेल के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे।
आजम खान की रिहाई मंगलवार सुबह होनी थी, लेकिन बेल बॉन्ड में उनके पते में गलती पाए जाने की वजह से रिहाई की प्रक्रिया में साढ़े तीन घंटे विलंब हुई। इसके बाद मंगलवार दोपहर को आजम खान की रिहाई की प्रक्रिया पूरी हुई और वह कड़ी सुरक्षा के बीच गाड़ी में सवार होकर जेल परिसर से बाहर निकले।
आजम खान के दोनों बेटे अदीब और अब्दुल्ला उन्हें लेने पहुंचे थे। उनके परिवार के अन्य सदस्य भी सीतापुर जेल के बाहर मौजूद थे। इस दौरान जेल के बाहर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उत्साह देखने को मिला। जेल के बाहर हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। पुलिस ने नो पार्किंग जोन में खड़ी 73 कार्यकर्ताओं की गाड़ियों का चालान भी काट दिया।
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दरअसल, शहर में धारा 144 लागू होने के कारण जेल के आसपास भीड़ जुटाने की मनाही थी। नवरात्रि की भीड़ के बीच जेल रोड पर समर्थकों के जमावड़े से जाम की स्थिति बनी, जिसे पुलिस ने सख्ती से हटाया। इस दौरान बेवजह खड़ी गाड़ियों का चालान भी काटा गया।
आजम के खिलाफ 104 मुकदमे दर्ज हैं। 5 दिन पहले हाईकोर्ट ने उन्हें बीयर बार पर कब्जे से जुड़े मुकदमे में जमानत दी थी। यह आखिरी मुकदमा था, जिस पर आजम को जमानत मिलनी बाकी थी। मगर पुलिस ने शत्रु संपत्ति मामले में नई धाराएं जोड़ दीं। 20 सितंबर को रामपुर कोर्ट ने इन धाराओं को खारिज कर दिया, जिससे रिहाई का रास्ता साफ हो गया।