नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के नेता और चार बार के लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी के साथ एक बड़ी साइबर धोखाधड़ी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार जालसाजों ने कल्याण बनर्जी के खाते से 55 लाख रुपए निकाल लिए। ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी के इस हाईप्रोफाइल मामले ने बैंकिंग सेफ्टी को लेकर एक बार फिर नई बहस छेड़ दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसबीआई के ब्रांच मैनेजर ने खुद फोन करके सांसद को ठगी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सांसद के साल 2001 में खोले गए खाते में पहले उनके मौजूदा खाते से राशि ट्रांसफर की गई और फिर ठगों ने सारा पैसा निकाल लिया। सांसद का पुराना खाता काफी समय से इस्तेमाल न होने की वजह से निष्क्रिय हो गया था, लेकिन ठगों ने पहले सांसद की फोटो और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके खाते की केवाईसी अपडेट की और फिर इसमें से 55 लाख रुपये ट्रांसफर करके पैसे उड़ा दिए।
इस फर्जीवाड़े को ठगों ने सांसद की फोटो और मोबाइल नंबर का उपयोग करके इंजाम दिया है। साइबर ठगों ने पहले सांसद की कोलाकाता के कालीघाट शाखा स्थित एसबीआई के मुख्य बैंक खाते से 55 लाख रुपये उनके असेंबली स्थित एसबीआई सब-ब्रांच के निष्क्रिय खाते में ट्रांसफर किए। फंड ट्रांसफर होने के बाद ठगों ने सारा पैसा खाते से निकाल लिए। इसकी जानकारी होने पर एसबीआई के ब्रांच मैनेजर ने सांसद को इसकी जानकारी और साइबर पुलिस के पास मामला दर्ज कराया।
कल्याण बनर्जी ने एसबीआई के असेंबली सब-ब्रांच में यह खाता तब खुलवाया था, जब वह साल 2001 से 2006 तक विधायक थे। यह सब ब्रांच एसबीआई की हाईकोर्ट ब्रांच के अंतर्गत ही आती है। बनर्जी का खाता भी अन्य विधायकों के साथ खोला गया था, क्योंकि एमएलए रहने के दौरान सभी अलाउंस इसी खाते में आते थे। बनर्जी ने बताया कि काफी लंबे समय से सांसद ने इस खाते से कोई लेनदेन नहीं किया, यही कारण है कि इस खाते को निष्क्रिय अकाउंट में बदल दिया गया। हालांकि, नियमों के तहत बैंकों को भी ऐसे अकाउंट इनएक्टिव घोषित करने पड़ते हैं।