देहरादून। उत्तराखंड के सियासी गलियारों से बड़ी खबर सामने आ रही है। राज्य के नए-नवेले मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफे की पेशकश की है। रावत को सीएम बने अभी चार महीने भी नहीं हुए थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने संवैधानिक संकट का हवाला देते हुए जेपी नड्डा को पत्र लिखा है। मामले पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा है की पीएम मोदी राज्यों के सीएम ऐसे बदल रहे हैं जैसे पोशाक बदली जाती है।



यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने ट्वीट किया, 'उत्तराखंड में बार-बार BJP के CM कुछ इस तरह बदले जा रहे है, मानो, किसी राज्य का मुख्यमंत्री नही, मोदी जी, अपनी  पोशाक बदल रहे है?' 





मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम रावत ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने इसका कारण राज्य में संवैधानिक संकट होना बताया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नड्डा को संबोधित पत्र में रावत ने लिखा है कि, 'संविधान के आर्टिकल 164-A के हिसाब से मुझे सीएम बनने के बाद 6 महीने के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना था। लेकिन मैं विधानसभा का सदस्य इसलिए नहीं बन सकता चूंकि संविधान के आर्टिकल 151-A के मुताबिक आम चुनाव में जब 1 साल से कम समय बचे हों, तब उपचुनाव नहीं कराया जा सकता है। राज्य में संवैधानिक संकट उत्पन्न न हो इसलिए मैं इस्तीफा देना चाहता हूं।'



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जानकारी के मुताबिक सीएम रावत ने राज्यपाल से मिलने का भी समय मांगा है। तीरथ सिंह रावत के सीएम बने महज 111 दिन हुए हैं। इसके पहले बीजेपी ने तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र रावत से इस्तीफा ले लिया था। तीरथ सिंह के इस्तीफे की खबर सामने आने के बाद अब राज्य में सीएम बनने के लिए बीजेपी के कई नेता जुगत में लग गए हैं।



खबरों की मानें तो नए सीएम की रेस में बीजेपी के कद्दावर नेता धन सिंह रावत और सतपाल महाराज का नाम सबसे ऊपर है। इनके अलावा दो और नेता भी रेस में हैं। राजधानी देहरादून में बीजेपी के सभी विधायक जुटने लगे हैं। राज्य में अगले साल जनवरी में विधानसभा चुनाव का ऐलान होगा। बता दें कि तीरथ सिंह रावत ने बीते 10 मार्च को शपथ लिया था। वह अपने विवादास्पद बयानों को लेकर मीडिया सुर्खियों में बने रहते हैं।