भोपाल। Kanpur Encounter का मुख्‍य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे पुलिस से मुठभेड़ में मारा गया। कानपुर वेस्‍ट के एसपी ने मीडिया को बताया कि एनकाउंटर कानपुर से महज 17 किलोमीटर दूर भौती नाम की जगह पर हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाड़ी में ड्राइवर के अलावा तीन एसटीएफ के जवान थे। घटना के वक्त कानपुर में भौती इलाके में बारिश हो रही थी। सड़क पर कीचड़ की वजह से तेज रफ्तार गाड़ी मोड़ पर पलटी। विकास पिछली सीट पर बीच में बैठा था। गाड़ी पलटी तो विकास ने भागने की कोशिश की। एक पुलिसकर्मी की 9 एमएम की पिस्टल लेकर भागा। पलटकर गोली चलाई। एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में एक गोली उसकी कमर और दूसरी सीने में लगी। 

कानपुर पुलिस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि 5 लाख के इनामी आरोपी विकास दुबे को उज्जैन पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद पुलिस व एसटीएफ टीम कानपुर नगर लाया जा रहा था। कानपुर नगर भौंती के पास पुलिस का वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गया। इससे बैठे विकास दुबे व पुलिसकर्मी घायल हो गये। इसी दौरान विकास दुबे ने घायल पुलिसकर्मी की पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश की। पुलिस टीम द्वारा पीछा कर उसे घेर कर आत्मसमर्पण करने हेतु कहा गया किन्तु वह नहीं माना। उसने पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर किए। पुलिस द्वारा आत्मरक्षा के लिए जवाबी फायरिंग की गयी। इस कार्रवाई में विकास दुबे घायल हो गया, जिसे तत्काल ही इलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज का दौरान विकास दुबे की मृत्यु हो गयी है। इस मुठभेड़ में 4 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। 

एसटीएफ ने शुक्रवार शाम प्रेस नोट जारी कर बताया कि रास्ते में गाय-भैसों का झुंड अचानक सामने आ गया। ड्राइवर ने मवेशियों को बचाने के चलते अचानक गाड़ी मोड़ दी, जिससे वह पलट गई। इस दौरान गाड़ी में मौजूद इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी, सब इंस्पेक्टर पंकज सिंह और अनूप सिंह और सिपाही सत्यवीर और प्रदीप को चोटें और और वे बेहोशी की हालत में पहुंच गए।  विकास दुबे इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी की पिस्टल छीन ली और कच्चे रास्ते पर भागने लगा। फरार विकास दुबे का पीछा किया गया लेकिन उसने ताबड़तोड़ गोली चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्‍मरक्षा के लिए नियंत्रित रूप से गोली चलाई। इसमें विकास दुबे घायल हुआ। उसे प्राथमिक उपचार दे कर अस्‍पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया।

गौरतलब है कि 9 जुलाई की सुबह महाकाल मंदिर परिसर उज्‍जैन में विकास दुबे पकड़ा गया था। गिरफ्तारी के बाद यूपी एसटीएफ उसे शाम 7 बजे बाद सड़क मार्ग से कानपुर ले जा रही थी।