नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया। यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार बनाया है। नामांकन दाखिल करते वक्त विपक्षी एकजुटता भी देखने को मिला। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, NCP चीफ शरद पवार, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।



नामांकन दाखिल करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया से कहा कि, 'ये विचारधारा की लड़ाई है, यशवंत सिन्हा जी के साथ पूरा विपक्ष खड़ा है। ये दो अलग-अलग विचारधाराओं की लड़ाई है, एक तरफ नफरत और दूसरी तरफ भाईचारा व देश की भावना है।'





वहीं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम लोगों को 17 से ज्यादा पार्टियों का समर्थन है और जिन लोगों को हमने संपर्क नहीं किया उन लोगों ने खुद हमारे राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा जी को फोन किया और उनसे बात की। 



नामांकन के दौरान तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता केटी. रमा राव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, राष्ट्रीय जनता दल की सांसद मीसा भारती, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के नेता एन.के. प्रेमचंद्रन, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और कुछ अन्य विपक्षी नेता भी उपस्थित थे।



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बता दें कि विपक्ष के बैठक में पहले टीआरएस शामिल नहीं हुई थी। लेकिन आज पार्टी ने ऐलान किया कि राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी का समर्थन करेगी। इसके बाद टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर अपनी पार्टी की ओर से नामांकन में पहुंचे।



इससे पहले NCP प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि विपक्षी दलों को राष्ट्रपति चुनाव में अपने आम उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे। पवार के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव के अंकगणित पर नजर डालें तो स्थिति उतनी खराब नहीं है, जितनी बताई जा रही थी। विपक्षी दलों को अच्छी लड़ाई लड़ने के लिए ठोस प्रयास करने होंगे।