Maharashtra political crisis: सुप्रीम कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर, महाराष्ट्र पुलिस और केंद्र को भेजा नोटिस, 11 जुलाई को अगली सुनवाई

महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट गहराता नजर आ रहा है, एकनाथ शिंदे की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, सर्वोच्च अदालत ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल, महाराष्ट्र विधानसभा, शिवसेना विधायक दल के नेता अजय चौधरी, महाराष्ट्र पुलिस, और केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है।

Updated: Jun 27, 2022 09:55 AM IST

नई दिल्ली। शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। इस दौरान अदालत ने एकनाथ शिंदे के वकील से पूछा कि आखिर इस मामले में पहले हाई कोर्ट का रुख क्यों नहीं किया। इस पर शिंदे के वकील ने कहा कि यह मामला गंभीर है और विधायकों को मारने तक की धमकियां मिल रही हैं। इसलिए हमने शीर्ष अदालत का रुख किया है। वकील ने कहा कि अदालत चाहे तो फ्लोर टेस्ट का आदेश दे सकती है। उन्होंने कहा कि 2019 में सर्वसम्मति से एकनाथ शिंदे को शिवसेना के विधायक दल का नेता चुना गया था, लेकिन बिना प्रक्रिया का पालन किए उन्हें हटा दिया गया। मामले की अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी।

चाहे गर्दन काट दो घुटने नहीं टेकूंगा: संजय राउत

चाहे गर्दन काट दो घुटने नहीं टेकूंगा: संजय राउत

शिवसेना सांसद संजय राउत ने ईडी की नोटिस को लेकर कहा, 'मुझे पता था कि ईडी मुझे तलब करने वाला है। लेकिन आप जितना चाहें तकलीफ दें, चाहें फांसी पर चढ़ा दें या गर्दन काट दें, मैं गुवाहाटी जाने वाला नहीं हूं। मैं बालासाहेब की शिवसेना के साथ आखिरी सांस तक खड़ा रहूंगा। चाहे मुझे गोली मार दो। मैं घुटने नहीं टेकूंगा। मैं बालासाहेब का शिव सैनिक हूं और मैं अपनी पार्टी के साथ रहूंगा। मैं कल ईडी के सामने पेश नहीं होउंगा। ईडी से समय मांगूंगा, लेकिन जाऊंगा जरूर।

शिंदे गुट को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत

सुप्रीम कोर्ट ने शिंदे गुट को बड़ी राहत देते हुए अयोग्य ठहराने पर 11 जुलाई तक रोक लगा दिया है। आयोग्य ठहराए जाने वाले नोटिस पर जवाब देने के लिए शिंदे गुट को 11 जुलाई शाम 5.30 बजे तक का समय दिया गया है। वहीं डिप्टी स्पीकर को इसपर आज ही जवाब दाखिल करना होगा।

धमकी देना बंद करें- एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे

धमकी देना बंद करें- एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे

बागी नेता एकनाथ शिंदे के पुत्र व सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा, शिंदे साहब ने जो कदम उठाया है, वो बहुत सही है। जितने विधायक उनके साथ हैं, उनका शिंदे साहब पर पूरा विश्वास है। शिंदे साहब के समर्थन वापसी के एलान के बाद महाराष्ट्र सरकार अल्पमत में आ गई है। शिवसेना के संजय राउत, सहित जो नेता बयानबाजी कर रहे हैं, वो पूरा महाराष्ट्र देख रहा है। इसे सहन नही किया जाएगा। संजय राउत या युवा सेना के लोग हमें धमकी न दें। बयानबाजी गलत है। पूरे महाराष्ट्र को एकनाथ शिंदे पर विश्वास है।

मामले में अगली सुनवाई 11 तारीख को होगी

मामले में अगली सुनवाई 11 तारीख को होगी

शिंदे गुट की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर नरहरि सीताराम जिरवाल और शिवसेना​ विधायक दल के नेता चुने गए अजय चौधरी को नोटिस जारी किया है। अदालत ने डिप्टी स्पीकर को सभी दस्तावेज कोर्ट में जमा कराने का निर्देश दिया है। सभी पक्षों को तीन दिन में जवाब देना है। मामले में अगली सुनवाई 11 तारीख को होगी।

बागी मंत्रियों पर कार्रवाई

बागी मंत्रियों पर कार्रवाई

ED की नोटिस के थोड़े ही देर बाद ही सीएम उद्धव ठाकरे ने बागी मंत्रियों पर कार्रवाई की है। एकनाथ शिंदे समेत 9 मंत्रियों के विभाग छीन लिए गए हैं। शिंदे का विभाग अनिल देसाई को सौंपा गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी संदेश में कहा गया है, 'महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया ताकि जनहित के मुद्दों की उपेक्षा या अनदेखी न हो।'

महाराष्ट्र के संग्राम में ED की एंट्री

महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संग्राम में अब ईडी की एंट्री हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय ने शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत को समन भेजा है। सरकार बचाने में जुटे राउत को मनी लॉन्ड्रिंग केस में कल पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि राउत यदि ईडी के पूछताछ में उलझे रहेंगे तो बागी विधायकों को सरकार गिराने में आसानी होगी।

तोड़फोड़ के दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही: राज्यपाल

महाराष्ट्र में शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा बागी विधायकों के कार्यालयों में तोड़फोड़ के मद्देनजर राज्यपाल भगत सिंह ,कोश्यारी ने केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को पत्र लिखकर राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बलों की पर्याप्त व्यवस्था करने का आग्रह किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ बागी विधायकों के कार्यालयों और घरों में तोड़फोड़ के दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही। 

एक्शन मोड में उद्धव

एक्शन मोड में उद्धव

राज्य में जारी सियासी उथलपुथल के बीच उद्धव एक्शन मोड में आ गए हैं। सूत्रों की मानें तो उन्होंने बागी विधायक जो मंत्री भी हैं के पोर्टफोलियो को छीनने का मन बना लिया है। अगर ऐसा हुआ तो बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे, गुलाबराव पाटिल, दादा भूसे शिंदे, राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार शंभूराजे देसाई की मंत्रीपद जा सकती है।

एकनाथ शिंदे ने राज ठाकरे से की बात

एकनाथ शिंदे ने राज ठाकरे से की बात

शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिदे ने MNS चीफ राज ठाकरे से दो बार फोन पर बात की। शिंदे ने राज ठाकरे से महाराष्ट्र की हालिया राजनीतिक स्थिति के बारे में चर्चा की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। बता दें कि राज ठाकरे इस महीने की शुरुआत में कमर की सर्जरी से गुजरे हैं और स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।

मरना ही बेहतर है: शिंदे

शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत के बयान पर पलटवार करते हुए एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया, 'बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना उन लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है जिनका मुंबई बम विस्फोट के दोषियों, दाऊद इब्राहिम और मुंबई के निर्दोष लोगों की जान लेने के लिए जिम्मेदार लोगों से सीधा संबंध था। इसलिए हमने ऐसा कदम उठाया, मरना ही बेहतर है।'

सिंघवी और सिब्बल का होगा साल्वे से बहस

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला शिवसेना विधायकों का विद्रोही गुट 2 याचिकाओं के साथ आज सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश होगा। वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी और देवदत्त कामत उद्धव ठाकरे खेमे की ओर से शीर्ष अदालत में पेश होंगे। दूसरी ओर, भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे और नीरज किशन कौल एकनाथ शिंदे खेमे का प्रतिनिधित्व करेंगे। वहीं महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल पेश होंगे।