भोपाल में भोर का नजारा
रविवार की सुबह जब लोगो ने आंखें खोली तो भोपाल का चेहरा सर्द कोहरे से ढ़ंका मिला। कोहरा इतना घना था कि पचास मीटर दूर भी देखना मुमकिन न था। और ओस की बूंदें पानी की तरह टपक रही थीं.. रात में तापमान आठ डिग्री के करीब रहा।
भोपाल में भोर का नजारा
पेड़ पौधों से लटकी ओस की बूंदों ने मौसम को रोमांचक बना दिया
रविवार की सुबह जब लोगो ने आंखें खोली तो भोपाल का चेहरा सर्द कोहरे से ढ़ंका मिला। कोहरा इतना घना था कि पचास मीटर दूर भी देखना मुमकिन न था। और ओस की बूंदें पानी की तरह टपक रही थीं.. रात में तापमान आठ डिग्री के करीब रहा।
रविवार की सुबह जब लोगो ने आंखें खोली तो भोपाल का चेहरा सर्द कोहरे से ढ़ंका मिला। कोहरा इतना घना था कि पचास मीटर दूर भी देखना मुमकिन न था। और ओस की बूंदें पानी की तरह टपक रही थीं.. रात में तापमान आठ डिग्री के करीब रहा।