नदी के रास्ते ओडिशा से छत्तीसगढ़ लाया जा रहा 18 लाख का गांजा पकड़ाया, माल छोड़कर आरोपी फरार

ओडिशा से जोंक नदी के रास्ते लाया जा रहा था गांजा, पुलिस की चेकिंग से बचने के लिए तस्करों ने अपनाया रास्ता, महासमुंद पुलिस को चकमा देकर माल छोड़कर भागे आरोपी

Publish: Jul 10, 2021, 11:05 AM IST

Photo Courtesy: Haribhoomi
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महासमुंद। छत्तीसगढ़ में गांजा तस्करी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिला पुलिस ने नदी के रास्ते लाए जा रहे 88 किलो गांजे की खेप बरामद की है। जिसकी कीमत करीब 18 लाख रुपए बताई जा रही है। यह कार्रवाई महासमुंद के तेंदुकोना थाना इलाके की बुंदेली चौकी पुलिस ने की है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी गांजा तस्करी के नित नए तरीके अपना रहे हैं। इस बार यह खेप ओडिशा से जोंक नदी के रास्ते लाई जा रही ही, आरोपी गांजे के साथ तैरकर राज्य में पहुंचे थे। जहां पुलिस की गिरफ्त में आ गए,पुलिस ने तस्करों को लिलेसर घाट के पास घेरा, लेकिन आरोपी सामान छोड़कर पुलिस को चकमा देकर भाग खड़े हुए। पुलिस ने गांजा जब्त कर लिया है, तस्करों को पकड़ने की कोशिश जारी है। दरअसल प्रदेश में हर जिले में पुलिस चेकिंग होती है, जहां पुलिस की नजर से गांजा बचा पाना मुश्किल है। दरअसल प्रदेश में बड़ी मात्रा में गांजे की खेप पकड़ी जाती रही है।

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इससे पहले बिलासपुर के तखतपुर इलाके से पुलिस ने 9 क्विंटल गांजा जब्त किया था। आरोपियों ने सब्जी के ट्रक में शातिर तरीके गांजा छिपा कर रखा था।  यहां से पुलिस ने 80 लाख का गांजा बरामद किया था। यह कार्रवाई 12 जून को की गई थी, जिसमें सब्जी व्यापारी अपनी सब्जियों के साथ अवैध तरीके से गांजा सप्लाई करता था, उसकी गाड़ी और गोदाम से पुलिस ने गांजा जब्त किया था।

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वहीं 25 जून को छत्तीसगढ़ पुलिस ने 8 क्विंटल गांजा पकड़ा था, जिसमें से 7 क्विंटल महाराष्ट्र से लाया गया था और एक क्विंटल मंदिर हसौद इलाके से जब्त किया गया था। जिसकी बाजार में कीमत 56 लाख थी। इस गांजे को तस्करों ने लग्जरी गाड़ियों की सीट के नीचे छिपा रखा था। अब गांजा तस्करों ने नदी के रास्ते गांजा तस्करी का तरीका अपनाया है।