छत्तीसगढ़ में अब नकली नोट छाप रहे नक्सली, छापेमारी में फेक करेंसी व नोट छापने की मशीन बरामद
नक्सली आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। तंगी को दूर करने के लिए अब उन्होंने नकली नोट छापना शुरू कर दिया है।

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सली नकली नोट छापकर बाजारों में खपा रहे हैं। इसके लिए संगठन के बड़े कैडर्स ने नक्सलियों को विशेष ट्रेनिंग भी दी है। सुकमा पुलिस ने इसका खुलासा किया है। तलाशी के दौरान जवानों ने 43 नकली नोट, छापने की मशीन समेत अन्य सामान बरामद किया है।
भेज्जी थाना क्षेत्र के मैलासूर, कोराजगुड़ा, दंतेशपुरम और इसके आस-पास क्षेत्र के जंगलों में पुलिस को नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद सुकमा से जिला बल, DRG, बस्तर फाइटर्स और CRPF के जवानों को सर्चिंग पर रवाना किया गया था। जब जवान कोराजगुड़ा की तरफ पहुंचे तो नक्सलियों को इनके आने की सूचना मिल गई थी। जिसके बाद सभी नक्सली अपना सामान मौके पर छोड़कर भाग निकले।
पुलिस ने सर्चिंग ऑपरेशन में नक्सलियों के हथियार समेत अन्य सामान बरामद किया है। इनमें कलर प्रिंटर मशीन, ब्लैक प्रिंटर मशीन, इन्वर्टर, भरमार बंदूक, भरमार बंदूक बैरल, प्रिंटर मशीन कॉटिज, ईमेज किंग, 118 जीपीएस पाउडर, 23 प्रिंटर ईंक 50,100, 200 और 500 रुपए के नकली नोट, 500 के 6, 100 के 4, 200 के 4 और 50 के 2 नोट शामिल हैं।
सुकमा SP किरण चव्हाण ने कहा कि पुलिस के नक्सल अभियान की वजह से नक्सलियों का सप्लाई चेन टूट चुकी है। इसलिए नक्सलियों के पास पैसों की कमी है। बस्तर के कुछ इलाके में नक्सलियों के बड़े कैडर ने हर एरिया कमेटी के कुछ नक्सलियों को 2 महीने नकली नोट छापने की ट्रेनिंग दी है।