आम आदमी को महंगाई से राहत नहीं, चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची महंगाई, दिसंबर में 5.69 फीसदी रही

आम आदमी को बढ़ती महंगाई से राहत नहीं मिल पा रही है। महंगाई के आंकड़े बता रहें हैं कि आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ गया है। खाने-पीने के सामानों के दाम लगातार बढ़ने से महंगाई चार महीने के टॉप पर पहुंच चुकी है।

Updated: Jan 12, 2024, 07:04 PM IST

नई दिल्ली। आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ता ही जा रहा है। महंगाई की मार आम आदमी पर भारी पड़ रही है। खाने-पीने की चीजों के दाम बेतहाशा बढ़ रहे हैं। खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति पिछले महीने बढ़कर चार महीनों के उच्चतम स्तर 5.69 प्रतिशत पर पहुंच गई है। जबकि सिंतबर में महंगाई 5.02% रही थी। वहीं नवंबर में यह 5.55% और अक्टूबर में 4.87% रही थी। 

खाने-पीने के सामान की कीमतें बढ़ने से महंगाई बढ़ी है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित मुद्रास्फीति नवंबर, 2023 में 5.55 प्रतिशत और दिसंबर, 2022 में 5.72 प्रतिशत रही थी। इससे पहले, बीते साल अगस्त में मुद्रास्फीति 6.83 प्रतिशत के उच्च स्तर पर पहुंच गयी थी।

राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य वस्तुओं की खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर महीने में बढ़कर 9.53 प्रतिशत हो गई जो इससे पिछले महीने 8.7 प्रतिशत और एक साल पहले के इसी महीने में 4.9 प्रतिशत थी। भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति समीक्षा पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति को ध्यान में रखता है। उसे मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने का टारगेट है।

नवंबर की तरह दिसंबर में भी सब्जियों की महंगाई में बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली है। दिसंबर में सब्जियों की महंगाई 17.7% से बढ़कर 27.64% हो गई। दूसरी ओर, ईंधन और बिजली की महंगाई सिमटकर -0.99% हो गई है जो नवंबर में -0.77% थी।