AI के क्षेत्र में क्रांति लाने वाले वैज्ञानिकों को फिजिक्स का नोबल प्राइज, नाम की हुई घोषणा

फिजिक्स के नोबेल प्राइज 2024 की घोषणा हो चुकी है और इस साल का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में क्रांतिकारी योगदान देने वाले दो महान वैज्ञानिकों को दिया जाएगा।

Updated: Oct 08, 2024, 05:01 PM IST

फिजिक्स के नोबेल प्राइज 2024 की घोषणा हो चुकी है और इस साल का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में क्रांतिकारी योगदान देने वाले दो महान वैज्ञानिकों, जैफ्री ई. हिंटन और अमेरिकी वैज्ञानिक जॉन जे. होपफील्ड को दिया जाएगा। ये दोनों वैज्ञानिक आर्टिफिशियल न्यूरॉन्स पर आधारित नई मशीन लर्निंग तकनीकों के विकास के लिए जाने जाते हैं, जो वर्तमान में AI और डीप लर्निंग के बुनियादी सिद्धांतों में से एक हैं। इनकी तकनीकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में बड़ी क्रांति लाई है और कई क्षेत्रों में बदलाव किया है, जैसे कि ऑटोमेशन, चिकित्सा, और डेटा प्रोसेसिंग।

रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंस ने इस पुरस्कार की घोषणा स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में की। जैफ्री ई. हिंटन और जॉन जे. होपफील्ड को मिलकर 8.90 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी, जिसे दोनों विजेताओं में समान रूप से बांटा जाएगा। यह पुरस्कार वैज्ञानिक दुनिया में AI और न्यूरल नेटवर्क के विकास के प्रति इनके योगदान की महत्वपूर्ण पहचान है।

कल 7 अक्टूबर 2024 को मेडिसिन के क्षेत्र में विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन का नाम नोबेल प्राइज के लिए घोषित किया था। उन्हें यह पुरस्कार माइक्रो RNA (राइबोन्यूक्लिक एसिड) की खोज के लिए प्रदान किया जाएगा, जो कि जीन की अभिव्यक्ति को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस खोज ने जीवन विज्ञान के क्षेत्र में कई नई दिशाएं खोली हैं और बीमारियों के इलाज में भी उपयोगी साबित हो रही है।

नोबेल पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम 14 अक्टूबर 2024 तक चलेगा, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को उनके अद्वितीय योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा।

2023 में फिजिक्स के नोबेल प्राइज की बात करें तो, वह पियरे ऑगस्टिनी, फेरेंस क्राउसज और एनी हुलियर को उनके उल्लेखनीय प्रयोगों के लिए प्रदान किया गया था। इन वैज्ञानिकों ने एटम और मॉलिक्यूल्स में मौजूद इलेक्ट्रॉन्स की गति को मापने और समझने में अहम योगदान दिया। उनके प्रयोग ने विज्ञान की इस अदृश्य दुनिया को समझने में नई दृष्टि प्रदान की, जिससे भविष्य में कई नई वैज्ञानिक खोजों की नींव रखी जा सकती है।

नोबेल पुरस्कार विज्ञान और मानवता के विकास में योगदान देने वाले लोगों के लिए सबसे बड़ा सम्मान है, और हर साल यह पुरस्कार दुनिया के सबसे उत्कृष्ट वैज्ञानिकों को दिया जाता है।