यूक्रेनी बच्चों की मदद के लिए रूसी पत्रकार ने बेचा नोबेल शांति पुरस्कार

रूस के पत्रकार दिमित्रि मुरातोव ने शांति के लिए मिले अपने नोबेल पुरस्कार की सोमवार रात नीलामी कर दी, इससे मिलने वाला पैसा यूक्रेनी बच्चों की मदद के लिए खर्च करेंगे

Updated: Jun 21, 2022, 05:38 AM IST

रुस और यूक्रेन के बीच युद्ध अभी भी जारी है। पिछले 3 महीने से जारी इस जंग में यूक्रेन तबाह हो रहा है। रूसी सैनिकों ने यूक्रेन में जमकर तबाही मचाई है। दुनियाभर के कई देशों ने इस संकट की घड़ी में यूक्रेन की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है। इसी बीच रूस के एक पत्रकार ने यूक्रेन की मदद कर मानवता की मिसाल पेश कि है। 

दरअसल, रूसी पत्रकार दिमित्रि मुरातोव ने शांति के लिए मिले अपने नोबेल पुरस्कार की सोमवार रात नीलामी कर दी। नीलामी में मिलने वाली राशि दिमित्रि UNICEF को दान कर देगें, ताकि पड़ोसी देश यूक्रेन में युद्ध से विस्थापित हुए बच्चों की मदद मिल सके।

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दिमित्रि मुरातोव ने नोबेल शांति पुरस्कार अक्टूबर 2021 में जीता था। उन्हें इस पुरस्कार की नीलामी से मिली 5,00,000 डॉलर की नकद राशि मिली है, जिसे उन्होंने दान करने की घोषणा की है। मुरातोव ने एक इंटरव्यू में बताया कि वे खासतौर पर उन बच्चों के लिए चिंतित हैं, जो यूक्रेन में चल रहे संघर्षों के दौरान अनाथ हो गए। उन्होंने कहा कि शरणार्थी बच्चों को भविष्य के लिए एक मौका देना है। हम उनका भविष्य उन्हें वापस लौटाना चाहते हैं।

मुरातोव 2014 में रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्जा जमाने और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के बड़े आलोचक रहे हैं। उन्होंने स्वतंत्र अखबार 'नोवाया गजट' की स्थापना की थी और वह इस साल मार्च में अखबार के बंद होने के वक्त इसके मुख्य संपादक थे। इस अखबार से जुड़े 6 पत्रकारों की रिपोर्टिंग के दौरान हत्या कर दी गई थी। इनमें से कुछ राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे तीखे आलोचक में से एक थे। यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर सार्वजनिक असंतोष को दबाने और पत्रकारों पर रूसी कार्रवाई के चलते यह अखबार मार्च बंद कर दिया गया था।