भोपाल के अंबेडकर फ्लाईओवर पर उद्घाटन के महज दस दिन बाद ही गड्ढे उभरने लगे हैं, जिससे निर्माण की गुणवत्ता को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। लोक निर्माण विभाग (PWD) के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई ने शनिवार को फ्लाईओवर का निरीक्षण किया और लापरवाही बरतने वाले दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया। वहीं, मुख्य अभियंता (ब्रिज) और कार्यपालन यंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
यह फ्लाईओवर मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा 23 जनवरी को जनता को समर्पित किया गया था, लेकिन कुछ ही दिनों में इसकी डिजाइन और गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे। विशेष रूप से बोर्ड ऑफिस चौराहे के ऊपर वाले हिस्से में बीते दो दिनों में गड्ढे दिखाई देने लगे, जिसके बाद विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जांच कराई। निरीक्षण के दौरान तकनीकी खामियां उजागर हुईं, जिनमें क्रैश बैरियर और मुख्य सड़क के बीच 18 इंच चौड़ी पट्टी का मुख्य स्लैब से सही तरह से न जुड़ना शामिल था। इस वजह से यहां मिट्टी का कटाव और गड्ढे बनने लगे।
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हालांकि, तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि फ्लाईओवर की संरचनात्मक मजबूती और सुरक्षा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है, लेकिन सड़क की सतह अपेक्षित मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई। खासतौर पर दो एक्सपेंशन जॉइंट्स पर गंभीर कटाव देखा गया, जो निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े करता है।
इस मामले में सहायक यंत्री उमाकांत मिश्रा और कार्यवाहक सहायक यंत्री रवि शुक्ला को निलंबित कर दिया गया, क्योंकि वे निर्माण की तकनीकी जांच में लापरवाह पाए गए। वहीं, कार्यपालन यंत्री जावेद शकील और मुख्य अभियंता (ब्रिज) को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है।
PWD के अपर मुख्य सचिव ने ठेकेदार और निर्माण कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। विभाग ने कंपनी को मरम्मत का पूरा खर्च वहन करने और अनुबंध के तहत आर्थिक दंड देने का आदेश दिया है।