भोपाल के सबसे बड़े फ्लाईओवर का नाम अब अंबेडकर ब्रिज, सीएम मोहन यादव ने किया ऐलान
यह फ्लाई-ओवर डी.बी. मॉल, बोर्ड ऑफिस, प्रगति पेट्रोल पंप और मानसरोवर चौराहे जैसे भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों पर यातायात का दबाव कम करेगा। शुरुआती आंकलन के अनुसार 60% यातायात इस फ्लाई-ओवर से गुजरेगा।

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गुरुवार को गायत्री मंदिर से गणेश मंदिर तक निर्मित भोपाल के सबसे बड़े एलिवेटेड कॉरिडोर का लोकार्पण किया। इस नये ब्रिज के शुरू होने से न केवल यातायात और अधिक सुगम होगा, बल्कि शहर के विकास को भी गति मिलेगी। सीएम मोहन यादव ने इस दौरान ऐलान करते हुए कहा कि यह ब्रिज डॉ भीमराव अंबेडकर ब्रिज के नाम से पहचाना जाएगा। पहले इसका नाम जीजी फ्लाईओवर था।
पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि ये मध्य प्रदेश का अब तक का सबसे लंबा फ्लाईओवर है। यह 156 करोड रुपए की लागत से बना है। उद्घाटन के बाद सबसे पहले ब्रिज से सीएम का काफिला गुजरा। सीएम मोहन यादव ने कहा आज नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी की जयंती पर इस नए नये ब्रिज का लोकार्पण होना बहुत ही महत्वपूर्ण है।
सीएम डॉ. मोहन ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब के साथ अन्याय किया। बीजेपी ने अंबेडकर जी से जुड़े सभी स्थानों को पवित्रधाम बनाने का काम किया है। अब इस ब्रिज का नाम अंबेडकर जी के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया है, ताकि उनकी यादें और योगदान हमेशा जीवित रहें। बता दें कि कांग्रेस 27 जनवरी को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू में जय भीम, जय बापू, जय संविधान रैली करने जा रही है। इस पर सीएम ने कहा, कांग्रेस के लोग वोट के लालच में मध्य प्रदेश में आकर महू से यात्रा निकालने का सपना देख रहे हैं।
बहरहाल, यह अंबेडकर ब्रिज भोपाल के लिए यह बड़ी सौगात है। इस ब्रिज के बनने से यातायात पूरी तरह से सुगम होगा आम लोगों को राहत मिलेगी। यह फ्लाई-ओवर डी.बी. मॉल, बोर्ड ऑफिस, प्रगति पेट्रोल पंप और मानसरोवर चौराहे जैसे भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों पर यातायात का दबाव कम करेगा। शुरुआती आंकलन के अनुसार 60% यातायात इस फ्लाई-ओवर से गुजरेगा, जबकि शेष 40% यातायात पुराने मार्गों का उपयोग करेगा। इस ब्रिज से एमपी नगर का 60 प्रतिशत ट्रैफिक यानी 6 हजार गाड़ियां गुजरेंगी। लगभग 3 किमी ब्रिज से सिर्फ 5 मिनट में यह दूरी पूरी हो जाएगी, जबकि पहले जाम की वजह से 30 मिनट से अधिक लग जाते थे।