हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर भोपाल में कांग्रेस का बड़ा प्रदर्शन, वाटर कैनन के प्रेशर से बैरिकेड से नीचे गिरे MLA

हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडाणी का नाम लिया जा रहा है। इस चेहरे के नकाब के पीछे मोदी की सरकार छिपी हुई है: भंवर जितेंद्र सिंह

Updated: Aug 22, 2024, 07:22 PM IST

भोपाल। अडाणी-हिंडनबर्ग मामले की जेपीसी जांच और SEBI चीफ के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस ने आज देशभर में प्रदर्शन किया। भोपाल में भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बैरिकेड पर चढ़ने का प्रयास कर रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने वाटर कैनन चलाई। वाटर कैनन के पानी के प्रेशर से दो विधायक महेश परमार और आरिफ मसूद नीचे गिर गए। उन्हें चोट भी आई है।

दरअसल, अरेरा हिल्स स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय पर प्रदर्शन करने जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने बोर्ड ऑफिस चौराहे पर बैरिकेडिंग कर रोक लिया था। इस दौरान भोपाल मध्य क्षेत्र से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद और तराना विधायक महेश परमार ने बैरिकेड पर चढ़ गए। पुलिस ने तेज प्रेशर के साथ वाटर कैनन का प्रयोग कर रोका। पानी का डायरेक्ट प्रेशर के कारण दोनों विधायक व अन्य नीचे गिर गए।

वहीं श्योपुर के विधायक बाबू जंडेल को पुलिस ने बेरीकेड से हाथ खींचकर नीचे उतार दिया। इससे पहले कांग्रेस कार्यकर्ता मंजीरे बजाते हुए कार्यालय से निकले और व्यापमं चौराहे पर पहुंचे। यहां सभा हुई और प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान प्रदेश के प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडाणी का नाम लिया जा रहा है। इस चेहरे के नकाब के पीछे मोदी की सरकार छिपी हुई है। मप्र में जल जीवन मिशन में पानी का बड़ा घोटाला हुआ है। जिसमें ये बातें की जा रही थीं कि हम हर गरीब को पानी पिलाएंगे। उस पानी पर इन लोगों ने कमीशन खाया है।

वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि एक PM ने नारा दिया था ना खाऊंगा न खाने दूंगा। लेकिन हालात क्या बने 20 प्रतिशत लोगों के पास देश की 80 प्रतिशत संपत्ति चली गई। 10 साल में गरीबों की डबल संख्या हो गई। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट दो बार सार्वजनिक हुई। एक बार 20 हजार करोड़ रुपए सेल कंपनियों के माध्यम से अडाणी के शेयर मार्केट में हेरा फेरी हुई। रिपोर्ट आने के बाद शेयर धड़ाम से नीचे गिर गया।