आंध्र प्रदेश में कांग्रेस का बड़ा मास्टरस्ट्रोक, सीएम जगन मोहन की बहन वाईएस शर्मिला को बनाया अध्यक्ष

वाईएस शर्मिला आंध्र प्रदेश के मौजूदा सीएम जगन मोहन रेड्डी की बहन हैं। वाईएस शर्मिला ने 4 जनवरी को अपनी पार्टी का विलय करके कांग्रेस की सदस्यता ली थी।

Updated: Jan 16, 2024, 03:13 PM IST

हैदराबाद। YSR तेलंगाना पार्टी का कांग्रेस में विलय करने के बाद पार्टी की सदस्यता लेने वाली वाईएस शर्मिला को कांग्रेस हाईकमान ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। मंगलवार को उन्हें आंध्र प्रदेश कांग्रेस इकाई की अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वह राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री सीएम जगन मोहन रेड्डी की बहन हैं। वाईएस शर्मिला ने 4 जनवरी को कांग्रेस की सदस्यता ली थी, तभी से चर्चा थी कि पार्टी उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।

वाईएस शर्मिला ने पिछले साल नवंबर में तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान आखिरी वक्त पर कांग्रेस को अपना सपोर्ट दिया था। उन्होंने अपनी पार्टी के किसी भी प्रत्याशी को चुनाव में उतारने से इंकार कर दिया था। शर्मिला ने तब कहा था कि तमाम सर्वे और जमीनी हकीकत से पता चलता है कि राज्य में कांग्रेस चुनाव जीत रही है। ऐसी स्थिति में अगर उनकी पार्टी मैदान में उतरती है तो कांग्रेस के वोट कटेंगे और इसका फायदा बीआरएस को मिलेगा। इसलिए उन्होंने अपना समर्थन कांग्रेस को दे दिया था।

इसके बाद से ही चर्चा थी कि वाईएस शर्मिला कांग्रेस पार्टी से जुड़ सकती हैं। अब पार्टी ने उन्हें आंध्र प्रदेश का कमान सौंपा है। ऐसे में प्रदेश की राजनीति बेहद दिलचस्प हो गई है। अब राज्य में सगे भाई-बहन के बीच सियासी संग्राम देखने को मिलेगा। वाईएस शर्मिला आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन की बहन हैं और संयुक्त आंध्र प्रदेश के कांग्रेसी मुख्यमंत्री दिवंगत वाईएसआर की बेटी भी हैं।

साल 2012 में संयुक्त आंध्र प्रदेश में अचानक जगन मोहन रेड्डी ने कांग्रेस छोड़कर YSRCP का गठन किया। उनके साथ 18 विधायक भी कांग्रेस से अलग हो गए। इसके कुछ दिन बाद जगन मोहन रेड्डी करप्शन में जेल भेजे गए। तब उनकी मां वाईएस विजयम्मा और बहन वाईएस शर्मिला ने नई पार्टी को संभाला था। वाईएसआरसीपी ने चुनाव में जीत दर्ज की। बाद में जगन मोहन रेड्डी सीएम बने और यहां से दोनों भाई-बहन के बीच दीवार खड़ी होती गई।