राघौगढ़ में भील आदिवासी परिवार के साथ बर्बरता, JAYS का दावा- BJP कार्यकर्ताओं ने घर में घुसकर पीटा

चाट ठेला वाले ने पैसा मांगा तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने की मारपीट, घर में घुसकर तलवार से सिर पर मारा, महिलाओं के साथ भी की मारपीट, FIR दर्ज

Updated: Jun 27, 2024, 05:40 PM IST

राघौगढ़। भाजपा शासित मध्य प्रदेश में SC-ST वर्ग के लोगों के साथ अत्याचार की घटनाएं नहीं थम रही हैं। गुना जिले के राघौगढ़ से भील आदिवासी परिवार के साथ बर्बरता का हैरान करने वाल मामला सामने आया है। यहां दबगों ने भील आदिवासी परिवार के लोगों के साथ घर में घुसकर मारपीट की। महिलाओं तक को नहीं छोड़ा। मामले में आदिवासी संगठन जयस ने कहा है कि आरोपी भाजपा से जुड़े हुए हैं इसलिए गिरफ्तारी नहीं हो रही है।

घटना को लेकर पीड़ित देशराज भील ने पुलिस से अपने शिकायत में बताया कि वह राघौगढ़ नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत विजयपुर पालिका बाजार में चाट का ठेला लगाते हैं। बुधवार रात्रि करीब साढ़े 9 बजे चार लोग उनके पास चाट खाने आए था। बकौल देशराज चाट खाने के बाद जब उन्होंने पैसे मांगे तो आरोपी गाली-गलौज करने लगे। मुख्य आरोपी रूपेश मीना ने कहा कि मुझे सब जानते हैं तू हमसे पैसे लेगा। तो उन्होंने बोला की मैं गरीब भील आदमी हूं तो आरोपी उन्हें जातिसूचक गालियां देने लगे और जान से मारने की धमकी दी। 

घटना को लेकर देशराज बेहद डरे हुए थे और वह ठेला बंद कर घर चले गए। थोड़ी देर बाद रूपेश और उसके गुर्गे घर का दरवाजा खटखटाने लगे। देशराज के पिता मांगीलाल ने जैसे ही दरवाजा खोला तो देखा कि 7 लोग तलवार, लाठी, डंडा, चाकू व बका लेकर आए हैं। वे कुछ समझ पाते कि रुपेश मीना ने उनके सिर में तलवार मार दी। देशराज उन्हें बचाने पहुंचे तो रूपेश के गुर्गों ने उनके साथ मारपीट की। इतना ही नहीं बीच बचाओ के लिए आए घर की महिलाओं तक को आरोपियों ने नहीं छोड़ा। मारपीट की आवाज सुनकर पडोस में रहने वाले लोग आए तो उनके साथ ही मारपीट की गई।

देशराज की शिकायत पर विजयपुर थाने में रूपेश मीना निवासी राघौगढ़, गोलू मीना, विष्णु केवट और चार अज्ञात आरोपियों पर FIR दर्ज की गई है। उन पर मारपीट, बलवा, बलपूर्वक घर में घुसने, धारदार हथियारों से हमला सहित SC-ST एक्ट की धाराओं में मुकदमा किया गया है। हालांकि, धारा 307 नहीं जोड़े जाने को लेकर आदिवासी समुदाय में आक्रोश है। बीजेपी जिला उपाध्यक्ष के साथ मुख्य आरोपी रूपेश

घटना को लेकर आदिवासी संगठन ने शासन-प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं। जयस जिला कार्यकारिणी अध्यक्ष सीताराम भील ने कहा कि आरोपी रूपेश मीणा भाजपा से जुड़ा है। वह आदतन अपराधी है और उसे जिलाबदर किया गया है। इसके बावजूद अपने रसूख के दम पर वह खुलेआम जिले में गुंडागर्दी करता है। पुलिस ने दबाव में आकर IPC की धारा 307 के तहत कार्रवाई नहीं की क्योंकि आरोपी को सत्तधारी दल का संरक्षण प्राप्त है। हम मांग करते हैं कि सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।