दिग्विजय सिंह के साथ पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ भोपाल के सड़कों पर दिखा जनाक्रोश

पार्क की जमीन आरएसएस से जुड़े एनजीओ को देने का मामला, विरोध कर रहे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर पुलिस ने चलाए वॉटर कैनन, भड़के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर किया उग्र विरोध प्रदर्शन

Updated: Jul 11, 2021, 04:24 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री व दिग्गज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के साथ पुलिसिया बलप्रयोग को लेकर कांग्रेस नेताओं का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। घटना के कुछ घंटों बाद राजधानी भोपाल के संत हिरदाराम नगर से चंचल चौराहे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उग्र प्रदर्शन देखने को मिला।

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव राजेंद्र मंडलोई के नेतृत्व में करीब 200 की संख्या में कांग्रेसियों ने सड़कों पर उतर कर उग्र विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मांग की कि पूर्व सीएम का प्रोटोकॉल भूलकर जिन अधिकारियों ने बर्बर तरीके से कार्रवाई की है, उन्हें तत्काल निलंबित किया जाए। साथ ही पार्क की जमीन का आवंटन तत्काल रद्द किया जाए।

प्रदर्शन के दौरान राजेंद्र मंडलोई ने कहा कि, 'भोपाल में जो आज सरेआम लोकतंत्र की हत्या हुई है। आज जिस तरीके से हमारे वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री के ऊपर राजनीतिक द्वेष की भावना से बलप्रयोग की गई है हम उसका विरोध करते हैं। हम सीएम शिवराज को चेतावनी देते हैं कि अगर जल्द दोषी अपराधियों को निलंबित नहीं किया जाता है तो पूरे प्रदेश में सीएम के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। 

भोपाल में चल रहा ससुर दामाद का खेल- यूथ कांग्रेस

प्रदर्शन के दौरान यूथ कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि भोपाल में ससुर दामाद का खेल चल रहा है। उन्होंने कहा, 'भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया संवैधानिक कर्तव्यों से ऊपर दामाद होने का कर्तव्य निभा रहे हैं। वे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के दामाद हैं और उन्हीं के इशारे पर दिग्विजय सिंह के साथ बर्बरता की गई है। सीएम शिवराज को हम चेतावनी देते हैं कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ यदि तत्काल कार्रवाई नहीं कि गई तो यूथ कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता सीएम आवास का घेराव करने पर बाध्य होंगे।'

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त्रिपाठी ने इस घटना को लेकर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि, 'प्रशासन हमारे वरिष्ठ नेता जिनकी उम्र करीब 75 वर्ष है उनके साथ गुंडागर्दी करती है। प्रशासन यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पानी का बौछार करे, लाठियां चलाए या गोलियां दागे, हम ये बर्दाश्त कर सकते हैं, लेकिन हम अपने वरिष्ठों पर अत्याचार होगा तो हम चुप नहीं बैठेंगे। यदि प्रदेश के युवा उग्र हुए तो शिवराज का हुकूमत चलाना मुश्किल हो जाएगा।'

क्या है पूरा मामला

दरअसल, मध्यप्रदेश सरकार ने इंडस्ट्रियल एरिया गोविंदपुरा की दस हजार स्क्वेयर फुट जमीन आरएसएस से जुड़ी एक NGO को कार्यालय बनाने के लिए अलॉट कर दिया है। यह जमीन पार्क की जमीन है और यहां पूर्व सीएम बाबूलाल गौर, दिग्विजय सिंह और यहां तक कि खुद सीएम शिवराज पौधरोपण कर चुके हैं। इस बंदर-बांट के खिलाफ इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के लोग एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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दिग्विजय सिंह ने इसी पार्क के वजूद को बनाए रखने की मांग को लेकर आज प्रदर्शन किया। इस दौरान राज्यसभा सांसद बैरिकेडिंग पकड़कर जब खड़े थे, तब पुलिस ने सिंह के ऊपर वॉटर कैनन चलाई। इस दौरान सिंह के कानों में पानी घुस गया। इतना ही नहीं प्रशासन ने इस घटना के बाद उल्टे दिग्विजय सिंह और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। मामले पर पीसीसी चीफ कमलनाथ में शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि, 'जब नाश मनुज पर छाता है,पहले विवेक मर जाता है।'