कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को भोपाल बुलाया, नतीजों के बाद होगी विधायक दल की बैठक

चुनाव नतीजों के बाद 11 नवंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक पर बीजेपी का तंज, नौ दो ग्यारह होने की है तैयारी, कमलनाथ ने लगाया बीजेपी पर फिर से खरीद फरोख्त करने का आरोप

Updated: Nov 07, 2020, 04:03 PM IST

Photo Courtesy: Patrika
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भोपाल। उपचुनाव के बाद मध्यप्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व सक्रिय हो गया है। कांग्रेस नेता कमलनाथ ने पार्टी के सभी विधायकों को मतगणना के दिन राजधानी भोपाल में रहने को कहा है। पीसीसी चीफ ने मतगणना के अगले ही दिन यानी 11 नवंबर को विधायक दल की बैठक बुलाई है।   

रिपोर्ट्स के मुताबिक विधायक दल की बैठक में कमलनाथ ने बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों को भी न्यौता भेजा है। बैठक शाम को 6 बजे होनी है, जिसमें कमलनाथ आगे की रणनीति को लेकर सभी से चर्चा करेंगे। 

कांग्रेस द्वारा विधायक दल की बैठक बुलाए जाने पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी नेता व शिवराज सरकार में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस का 11 नवंबर को जो बैठक है वह नौ दो ग्यारह होने के लिए है। वहीं पार्टी पर फिर से खरीद फरोख्त के आरोपों पर मिश्रा ने कहा है कि कमलनाथ अज्ञात आशंकाओं से ग्रसित हैं।

बता दें कि शुक्रवार को ही निर्दलीय विधायक सुरेंद्र शेरा और बीएसपी विधायक संजीव कुशवाहा ने बीजेपी नेता भूपेंद्र सिंह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद कमलनाथ ने कहा था कि सौदेबाजी कर सरकार बनाने वाली बीजेपी फिर से खरीद-फरोख्त करने में लग गई है।

यह है विधानसभा का गणित

मध्यप्रदेश के 28 सीट जहां उपचुनाव हुए हैं वही तय करेंगे कि किसके हाथों में सत्ता की चाबी रहेगी। एक ओर जहां कांग्रेस अपनी जीत और सत्ता वापसी को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है वहीं दूसरी ओर बीजेपी भी सत्ता में बने रहने के दावे कर रही है। आंकड़ों की बात करें तो 230 सदस्यीय विधानसभा में दमोह विधायक राहुल लोधी के इस्तीफे के बाद 1 सीट रिक्त हुई है वहीं 28 सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। बाकी के 201 में से 107 बीजेपी, 87 कांग्रेस, चार निर्दलीय, 2 बसपा और एक सपा के विधायक हैं।