MP में नहीं थम रही दगना कुप्रथा, 45 दिन के बच्चे को गर्म चूड़ियों से दागा, इलाज के दौरान हुई मौत

निमोनिया और सांस की तकलीफ होने पर डेढ़ माह के बच्चे को गर्म चूड़ी से दागा गया। जिससे उसकी तबीयत और बिगड़ गई और संक्रमण बढ़ने से मौत हो गई।

Updated: Dec 30, 2023, 03:13 PM IST

शहडोल। मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य उमरिया/शहडोल जिलों में मासूम बच्चों को गर्म सलाखों से दागने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहडोल में शुक्रवार को 45 दिन के मासूम की दागने से मौत हो गई। बच्चे को गंभीर हालत में 21 दिसंबर को जिला अस्पताल में भर्ती किया था। 29 दिसंबर को उसने दम तोड़ दिया। अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को इसकी जानकारी दी है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, शहडोल जिले की बंधवा की रहने वाली रामबाई अपने मायके उमरिया के बकेली गई थी। यहां बच्चे राजन की तबीयत बिगड़ गई। गांव में इलाज नहीं मिलने पर रामबाई की मां दाई को बुला लाई। दाई ने घर में चूड़ी से बच्चे को पेट पर कई बार दागा। इसके बाद उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और बच्चे को झटके आने लगे।

अस्पताल प्रबंधन ने बताया, 21 दिसंबर को परिजन 1 माह 15 दिन के बच्चे को लेकर आए थे। उसकी सांसें काफी तेज चल रही थी। पेट पर सूजन और दागने के काफी निशान थे। बच्चे को गंभीर हालत में PICU में भर्ती किया गया। शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। शहडोल पुलिस ने गांव की ताई सहित बच्चे के दादा और मां के खिलाफ मामला दर्ज कल लिया है।

शहडोल में ही करीब 8 दिन पहले तीन माह की एक बच्ची की गर्म लोहे से दागने से मौत हो गई थी। उसके पेट पर 10 से ज्यादा बार दागने के निशान थे। परिजन का कहना था कि बच्ची को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसे लोहे से दगवा दिया।