एक देश, एक चुनाव बिल के पारित होने पर संदेह, दिग्विजय सिंह ने संसद में धक्का मुक्की के आरोपों को बताया झूठ
एक भाजपा सांसद दूसरे पर गिर गया। दोनों घायल हो गए। जो गिरा, उसने कहा कि राहुल गांधी उसके सामने खड़े थे। अगर वह सामने खड़े थे, तो क्या वह उसे धक्का दे सकते थे: दिग्विजय सिंह
आगर मालवा। कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्हें संसद में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक पारित हो पाने को लेकर संशय है। सिंह ने संसद परिसर में गुरुवार को भाजपा सांसदों के साथ ‘धक्का-मुक्की’ के संबंध में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी पर लगाए गए आरोपों को भी खारिज किया।
पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने आगर मालवा में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें संसद में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' विधेयक पारित हो पाने को लेकर शंका है। उन्होंने कहा कि जेपीसी गठित की गई है और मुझे नहीं लगता कि यह पारित हो पाएगा।
बता दें कि एक राष्ट्र, एक चुनाव संबंधी दो विधेयक एक साथ चुनाव कराने की व्यवस्था प्रदान करते हैं। इन्हें मंगलवार को लोकसभा में तीखी बहस के बाद पेश किया गया। इनमें से एक विधेयक के लिए संविधान में संशोधन की आवश्यकता है। हालांकि, इसके लिए आवश्यक दो तिहाई बहुमत सरकार के पास नहीं है। इसीलिए अब यह बिल जेपीसी के पास भेजा गया है।
भाजपा सांसदों के साथ धक्का-मुक्की करने को लेकर गांधी पर लगाए गए आरोपों के बारे में पूछे जाने पर दिग्वजिय सिंह ने कहा कि ये आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ये सरासर झूठे हैं। भाजपा नेताओं के बीच धक्का-मुक्की हुई।’ उन्होंने कहा, ‘एक भाजपा सांसद दूसरे पर गिर गया। दोनों घायल हो गए। जो गिरा, उसने कहा कि राहुल गांधी उसके सामने खड़े थे। अगर वह सामने खड़े थे, तो क्या वह उसे धक्का दे सकते थे?'
सिंह ने उल्टा आरोप लगाया है कि भाजपा सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की की। वहीं, RSS प्रमुख मोहन भागवत के हिन्दू-मुस्लिम वाले बयान पर सिंह ने कहा कि भागवत केवल बयान दे रहे हैं, लेकिन जब मुसलमानों के खिलाफ ज्यादतियां की जाती हैं तो वह चुप क्यों रहते हैं। सिंह ने आगे कहा कि भागवत के बयान सकारात्मक हैं, लेकिन उन्हें संघ से जुड़े संगठनों को रोकना चाहिए। उन्होंने कहा कि, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल (संघ से जुड़े) उनके संगठन हैं, वह उन्हें क्यों नहीं रोकते?