मूंग का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसान पाठशाला आयोजित करे सरकार, दिग्विजय सिंह ने CM मोहन यादव को लिखा पत्र

कुछ तैयारियों के साथ मूॅग के उत्पादन को और अधिक बढ़ाया जा सकता है। आगामी ग्रीष्म कालीन फसल का संभावित उत्पादन 90 लाख टन तक हो सकता है: दिग्विजय सिंह

Updated: Jan 06, 2024, 04:37 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ग्रीष्मकालीन मूंग का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए सीएम मोहन यादव को पत्र लिखा है। पूर्व सीएम ने राज्य सरकार को सुझाव देते हुए कहा है कि मूंग का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसान पाठशाला आयोजित किया जा सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री के मुताबिक राज्य में मूंग का संभावित उत्पादन 90 लाख टन तक किया जा सकता है।

सीएम मोहन यादव को संबोधित पत्र में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि, 'मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में स्थित तवा डैम से करीब 3.5 लाख हेक्टेअर भूमि पर प्रत्यक्ष और काफी बड़े क्षेत्रफल में अप्रत्यक्ष रूप से सिंचाई होती है। तवा डैम के सिंचाई क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन मूंग की बहुत अच्छी फसल होती है। कुछ तैयारियों के साथ मूंग के उत्पादन को और अधिक बढ़ाया जा सकता है। आगामी ग्रीष्म कालीन फसल का संभावित उत्पादन 90 लाख टन तक हो सकता है जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी तथा सरकार को भी लगभग 1400 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त होगा।'

सिंह ने आगे लिखा है कि तवा डैम के सिंचाई क्षेत्र में मूंग की फसल का अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने हेतु किसान पाठशाला का आयोजन किया जा सकता है एवं मार्च माह में नहर को बंद करने की बजाय उसे सतत कम गेज के साथ जारी रखने से किसान रबी की फसल कटाई के तत्काल बाद मूंग की फसल बो सकते हैं। इससे कटाई के समय मौसम के कारण उत्पन्न जोखिम को कम किया जा सकता है और पानी का अधिक से अधिक उपयोग किया जा सकता है।

दिग्विजय सिंह ने सीएम यादव से अनुरोध करते हुए कहा कि तवा डैम के सिंचाई क्षेत्र के किसानों के हित में आवश्यक कदम उठाने हेतु संबन्धित को यथोचित निर्देश प्रदान करने का कष्ट करें। बता दें कि मध्य प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग की बंपर पैदावार होती है। एक अनुमान के मुताबिक राज्य में करीब 10 हजार करोड़ के मूंग का प्रोडक्शन होता है। केंद्र सरकार दलहन फसलों को प्रोत्साहन भी दे रही है। ऐसे में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री से मूंग की प्रोडक्शन बढ़ाने हेतु आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।