Girraj Dandotiya: कमलनाथ दिमनी-अंबाह में ऐसा बोलते तो उनकी लाश जाती, अपने मंत्री के इस बयान पर क्या कहेंगे शिवराज

Jyotiraditya Scindia: ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने करीबी दंडोतिया के हत्या और हिंसा के लिए उकसाने वाले भाषण के वक्त मंच पर ही मौजूद थे, क्या इन बयानों में उनकी मौन सहमति शामिल है

Updated: Oct 26, 2020, 04:24 PM IST

मुरैना। मुरैना से बीजेपी उम्मीदवार और शिवराज सरकार में मंत्री गिर्राज दंडोतिया ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बारे में ऐसा बयान दिया है, जो मध्य प्रदेश उपचुनाव में अब तक सामने आए तमाम घटिया बयानों के स्तर को और गिराने वाला है। मुरैना के दिमनी की सभा में गिर्राज दंडोतिया ने कहा कि डबरा की जगह दिमनी होता तो कमलनाथ की यहां से लाश उठकर जाती। दिमनी के कमतरी में हुई सभा में जब दंडोतिया ने यह बात कही तो मंच पर ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। और उन्होंने दंडोतिया के बयान पर कोई एतराज जाहिर नहीं किया। ऐसे में क्या ये माना जाए कि दंडोतिया के इन न सिर्फ स्तरहीन और आपत्तिजनक, बल्कि सीधे-सीधे हिंसा और हत्या के लिए उकसाने वाले आपराधिक बयानों को सिंधिया का भी मौन समर्थन हासिल है?

दिमनी की सभा में गिर्राज दंडोतिया ने कहा, 'डबरा में कमलनाथ ने का कह दियो, पतो है। अपनी चंबल में अपनी मां-बहन को कोई ऐसा बोल दे तो कत्ल होय जावो। ये तो बढ़िया भई कि कमलनाथ डबरा में रहे। अनुसूचित जाति की गरीब महिला हुई। माता-बहन किसी भी जाति की हो वो अपनी होती है। वो तो बढ़िया हुई डबरा में कहा, दिमनी तरफ कहा होता तो यहां से लाशें उठकर जातीं।' दंडोतिया ने इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह पर भी अभद्र टिप्पणियां कीं।

राज्यमंत्री के बयान पर कांग्रेस ने FIR दर्ज करने की मांग की
शिवराज सरकार के मंत्री गिर्राज दंडौतिया द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणियां किए जाने का कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है। गुरुवार की रात जिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपक शर्मा के नेतृत्व में दर्जनों कांग्रेसियों ने कलेक्टोरेट पर राज्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को ज्ञापन सौंपकर राज्यमंत्री के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की।

एसपी से कहकर चेकिंग बंद कराई: दंडोतिया
दिमनी की सभा में गिर्राज दंडोतिया ने यह भी कहा कि हमने एसपी से कहकर अपने इलाके में मोटरसाइकिलों की चेकिंग बंद करा दी है। दंडोतिया ने कहा कि पुलिस चेकिंग होने पर लोगों को चालान भरना पड़ता था। इसलिए हमने एसपी से कह दिया कि अब चेकिंग मत करना। यानी सरेआम सभा के मंच से दंडोतिया एलान कर रहे हैं कि वे कानून-व्यवस्था से जुड़ी बातों में अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर गैर-कानूनी रूप से दखलंदाज़ी करते हैं। चाहे कमलनाथ की हत्या करवाने की बात हो या पुलिस के काम में अड़ंगा डालने, दंडोतिया के बयानों से साफ है कि उन्हें कानून के राज की ज़रा भी परवाह नहीं है। इतना ही नहीं, अपने इस बर्ताव को वे फख्र की बात मानते हैं। उन्होंने जिस वक्त ये बातें कहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मंच पर मौजूद थे और उन्होंने इन बातों पर कोई एतराज़ नहीं किया, जिसे उनकी भी मौन सहमति माना जा सकता है। अब देखना है कि इमरती देवी वाले बयान पर कमलनाथ से 48 घंटे में जवाब मांगने वाला चुनाव आयोग दंडोतिया के इन बयानों पर क्या कार्रवाई करता है।