सवाल पूछने की हिम्मत कैसे कर रहे हैं, सवालों से भागने में गोल्ड मेडल वाले बयान पर कमल नाथ का पलटवार
सीएम शिवराज ने कमल नाथ पर आरोप लगाया था कि वह उनके सवालों से भाग रहे हैं, अब पीसीसी चीफ ने भी अपने अंदाज़ में सीएम शिवराज को जवाब दिया है

भोपाल। कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन के बाद एक बार फिर मध्य प्रदेश की राजनीति में सीएम शिवराज और कमल नाथ के बीच वार पलटवार का दौर शुरू हो गया है। सीएम ने आज कमल नाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें सवालों से भागने का गोल्ड मेडल मिलना चाहिए। तो वहीं कमल नाथ ने सीएम पर पलटवार करते हुए कहा कि सीएम को उनसे सवाल पूछने का नैतिक अधिकार नहीं है।
कांग्रेस नेता ने सीएम पर पलटवार करते हुए कहा, शिवराज जी सबसे पहले तो आपको इस बात की बधाई कि आपने मध्य प्रदेश में 'धिक्कार यात्रा' निकाली और जनता ने खुलकर आपको और आपके नेताओं को आईना दिखा दिया।जनता की प्रतिक्रिया से स्पष्ट है कि आप और आपकी सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है। जनादेश से विश्वासघात करने के बावजूद आप सवाल पूछने की हिम्मत कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश की निराश्रित माताएं आप से सवाल कर रही हैं कि आपने नारी शक्ति संकल्प पत्र में वादा किया था कि जरूरतमंद अकेली माताओं के बच्चों को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता देने हेतु एक विशेष सहायता निधि की शुरुआत की जाएगी। कहां है यह सहायता निधि? जवाब दीजिए।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 27, 2023
कमल नाथ ने सीएम को उनकी पुरानी घोषणा की याद दिलाते हुए कहा, मध्य प्रदेश की निराश्रित माताएं आप से सवाल कर रही हैं कि आपने नारी शक्ति संकल्प पत्र में वादा किया था कि जरूरतमंद अकेली माताओं के बच्चों को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता देने हेतु एक विशेष सहायता निधि की शुरुआत की जाएगी। कहां है यह सहायता निधि? जवाब दीजिए।
इससे पहले सीएम शिवराज ने कमल नाथ पर सवालों से भागने का आरोप लगाते हुए कहा था, कमलनाथ जी को सवालों से भागने में गोल्ड मेडल मिलना चाहिए।कमलनाथ जी ने अपने वचनपत्र में कहा था कि प्रत्येक जिले में महिलाओं तथा बालिकाओं के लिए इंन्क्युबेशन सेंटर खोलेंगे।जनता पूछ रही है कि सवा साल में कितने सेंटर कमलनाथ जी की सरकार ने खोले?
कमलनाथ जी को सवालों से भागने में गोल्ड मेडल मिलना चाहिए।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 27, 2023
कमलनाथ जी ने अपने वचनपत्र में कहा था कि प्रत्येक जिले में महिलाओं तथा बालिकाओं के लिए इंन्क्युबेशन सेंटर खोलेंगे।
जनता पूछ रही है कि सवा साल में कितने सेंटर कमलनाथ जी की सरकार ने खोले? pic.twitter.com/Es2kApMwSD
दोनों ही नेताओं के बीच पिछले एक महीने से वार पलटवार का दौर जारी है। कमल नाथ से उनके पंद्रह महीने के छोटे कार्यकाल का हिसाब मांगना सीएम शिवराज की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। जबकि कमल नाथ भी सीएम शिवराज को उनके 16 वर्षों के कार्यकाल में की गई घोषणाओं की याद दिलाने में कोई कमी नहीं छोड़ते।