भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब केवल सात महीने रह गए है। चुनाव पूर्व दोनों प्रमुख राजनीतिक दल बीजेपी और कांग्रेस स्ट्रेटेजिक एक्सपर्ट की सेवाएं लेने लगे हैं। सत्ताधारी दल बीजेपी जहां ओगिल्वी जैसी कॉरपोरेट ऐड एजेंसी की मदद ले रही है। वहीं, कांग्रेस ने पोल स्ट्रेटजिस्ट सुनील कानुगोलू की इंक्लूसिव माइंड्स को इलेक्शन कैंपेन का जिम्मा सौंपा है। शनिवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ राजधानी भोपाल में सुनील कानुगोलू की अहम बैठक हुई।

जानकारी के मुताबिक बैठक के दौरान टीम कानुगोलू ने ग्राउंड सर्वे, मीडिया प्रमोशन और कैंपेन स्ट्रेटजी को लेकर आगे की रणनीति को लेकर प्रेजेंटेशन दिया। कमलनाथ के साथ सुनील कानुगोलू की यह तीसरी बैठक थी। इसके पहले पूर्व सीएम सुनील कानुगोलू के साथ दो और बैठकें कर चुके हैं। बैठक में कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा भी मौजूद रहीं। ओझा को टीम कानुगोलू और कमलनाथ के बीच कोऑर्डिनेशन का जिम्मा सौंपा गया है। वह कमलनाथ की प्रतिनिधि के तौर पर सुनील कानुगोलू की टीम इन्क्लूसिव माइंड्स से रिपोर्ट लेती हैं।

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कांग्रेस की इन-हाउस इलेक्शन कंसल्टेंसी इंक्लूसिव माइंड्स मध्य प्रदेश में पिछले दो-तीन महीनों से ग्राउंड सर्वे और कैंपेन डिजाइन का काम कर रही है। वर्तमान में सुनील कानुगोलू की टीम के 16 एक्सपर्ट फील्ड में हैं, जबकि 17 लोग वार रूम में काम कर रहे हैं। यह वार रूम भोपाल से संचालित किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि अगले महीने तक टीम में कई और लोग भी शामिल होंगे।

कौन हैं सुनील कानुगोलू

कानुगोलू का जन्म कर्नाटक के बेल्लारी में हुआ। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा के लिए वे अमेरिका चले गए। यहां फाइनेंस में उन्होंने एमएस और एमबीए की डिग्री ली। 41 वर्षीय सुनील I-PAC के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। बाद में उन्होंने प्रशांत किशोर का साथ छोड़ दिया। बीजेपी के लिए इन-हाउस इलेक्शन कंसल्टेंसी "एसोसिएशन ऑफ बिलियन माइंड्स" से लेकर "माइंडशेयर एनालिटिक्स" और कांग्रेस के लिए इन-हाउस इलेक्शन कंसल्टेंसी "इंक्लूसिव माइंड्स" के संस्थापक सुनील कानुगोलू साइलेंट रहते हुए स्ट्रेटेजी बनाने के लिए जाने-जाते हैं। वे कभी मीडिया के सामने नहीं आते। 

प्रशां‍त किशोर के सहयोगी के रूप में कानुगोलु पूर्व में बीजेपी, डीएमके, एआईएडीएमके और अकाली दल के साथ काम कर चुके हैं। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति के नए शिल्पकार सुनील कानुगोलू का मैजिक कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल रहा है। कर्नाटक में उन्होंने कांग्रेस को आक्रामक तेवर दिए हैं, जिसने सत्ताधारी दल की मुश्किलें बढ़ा दी है। वे कर्नाटक में 300 लोगों की टीम के साथ काम कर रहे हैं। 

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सुनील टची कैंपेन प्लान करने के लिए मशहूर हैं, जो लंबे समय तक जनता की जुबान पर रह सके। उनके कैंपेन की रीच और टाइमिंग बहुत खास होती है। कर्नाटक में कांग्रेस के लिए कानुगोलू का 40 परसेंट PayCM कैंपेन जमकर हिट हो रहा है। जिसमें एक QR कोड के बीच कर्नाटक सीएम की फोटो लगाकर 40 फीसद कमीशन लेने वाला भ्रष्ट मुख्यमंत्री बताया। व्यंग्यात्मक कैंपेन कर्नाटक के साथ पूरे देश में चर्चा का विषय बना है।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद देशव्यापी "हाथ से हाथ जोड़ो" अभियान का प्रस्ताव भी टीम कानुगोलू ने ही दिया था। मध्य प्रदेश के अलावा तेलंगाना और राजस्थान में भी उनकी टीम कार्यरत है। अब देखना होगा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए सुनील क्या मैजिक करते हैं। उनकी टीम के समक्ष बीजेपी के 18 वर्षीय शासन का एन्टी इनकंबेंसी को भुनाने और स्थानीय मुद्दों की पहचान कर सरकार के खिलाफ नैरेटिव सेट करने की चुनौती होगी।