गौरव दिवस कार्यक्रम में बार बालाओं ने लगाए ठुमके, भाजपा नेताओं ने सरकारी पैसों से कराया अश्लील डांस

पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक थे मुख्य अतिथि, देशभक्ति गीतों के बजाय फिल्मी सॉन्ग पर हुआ बार बालाओं का फूहड़ डांस, कांग्रेस ने लगाया अश्लीलता फैलाने का आरोप

Updated: Mar 07, 2023, 05:54 PM IST

दमोह। रतलाम में आयोजित बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में अश्लीलता का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि दमोह से भी ऐसा ही मामला सामने आया है। दमोह जिले में एक शासकीय कार्यक्रम में बार बालाओं का फूहड़ डांस कराया गया। ऑर्केस्ट्रा का खर्च भी सरकारी मद से ही दिया गया। यहां भी आयोजक सत्ताधारी दल से जुड़े लोग थे। मामला सामने आने के बाद कांग्रेस राज्य सरकार पर हमलावर है।

दरअसल, दमोह जिले की हटा विधानसभा अंतर्गत नगर पंचायत पटेरा में चार मार्च को गौरव दिवस का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में हटा क्षेत्र के भाजपा विधायक पीएल तंतवाय और पूर्व मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। यहां देशभक्ति गानों पर कार्यक्रम होना था। लेकिन मंच पर बार बालाओं ने फूहड़ गानों पर ठुमके लगाए।

बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में देर रात तक फिल्मी गानों पर मंच पर डांस चलता रहा, जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है। नगर पंचायत पथरिया के सीएमओ संतोष सैनी ने कहा कि देशभक्ति गीतों पर प्रस्तुति होनी थी, लेकिन मिस्टेक हो गई। उन्होंने बताया कि डांस करने के लिए जबलपुर से ऑर्केस्ट्रा पार्टी बुलाई गई थी। हालांकि, इसके लिए सरकारी मद से कितने रुपए दिए गए यह उन्होंने नहीं बताया।

मंच पर लगे फ्लेक्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दमोह लोकसभा क्षेत्र के सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल की तस्वीरें लगी थी। नीचे बीजेपी के कई नेता बैठकर फूहड़ नृत्य पर तालियां बजा रहे थे। हालांकि, अब अतिथि कह रहे हैं कि उनके जाने के बाद डांस शुरू हुआ। विधायक पीएल तंतवाय ने कहा कि गौरव दिवस के कार्यक्रम में मैं गया था, लेकिन मेरे रहने तक ऐसा कुछ नहीं हुआ। बाद में डांस हुए होंगे। मैं सीएमओ से बात करता हूं। इस तरह की फूहड़ता नहीं होनी चाहिए थी।

मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता आनंद जाट ने कहा कि, "यही भाजपाइयों का असली चाल चरित्र है। वे सार्वजनिक मंचों से मातृ शक्ति से अंग प्रदर्शन कराते हैं। रतलाम में भी यही हुआ। भाजपा के लोग मानसिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं। नारी शक्ति का यह अपमान बर्दाश्त से बाहर है। रतलाम में सार्वजनिक मंच से भगवान के सामने हुए अंग प्रदर्शन को भी वे जायज ठहरा रहे हैं। इससे शर्मनाक क्या हो सकता है।"