इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में एक पुजारी की हत्या का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि मंदिर में घुसकर बेरहमी से पुजारी की पिटाई की गई, जिसके बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। इस हत्याकांड का आरोपी बीजेपी का नेता बताया जा रहा है। हैरानी की बात ये है कि पुलिस ने इस मामले में सिर्फ मारपीट का प्रकरण दर्ज किया है। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी नेता व वार्ड नंबर 12 में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य हरिप्रसाद ने शनिवार रात मंदिर में घुसकर 65 वर्षीय बुजुर्ग पुजारी प्यारेलाल उर्फ रामजी साहू को बेरहमी से पीटा था जिसके बाद वे गंभीर रूप से घायल हो गए। शरीर में लगी चोटों की वजह से अगले दिन यानी रविवार को उनकी मौत हो गई। पुलिस ने उनके बेटे की शिकायत पर सिर्फ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद धाराएं बढ़ाएंगे।

यह भी पढ़ें: किसानों का अनोखा फैसला, बीजेपी-जेजेपी समर्थकों के घरों में नहीं करेंगे लड़के-लड़की की शादी

पुजारी के बेटे हरि ने बताया कि उनके पिता पिछले 20 साल से कर्मा नगर में घर के पास स्थित मंदिर की सेवा करते थे। मंदिर के पीछे खाली मैदान में हम अपनी गाय बांधते थे। पिछले एक हफ्ते से बीजेपी का मंडल उपाध्यक्ष हरिप्रसाद साहू उन्हें जमीन के लिए धमका रहा था। शुक्रवार को भी बीजेपी नेता ने जान मारने की धमकी दी थी। उसकी शिकायत करने वे बाणगंगा थाने भी गए थे लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं किया।

पुजारी के बेटे ने आगे बताया कि इसके अगले दिन यानी शनिवार को रात 8.30 बजे हरिप्रसाद साहू अपने दोनों बेटे रवि, चेतन व 8-10 अन्य लोगों को लेकर मंदिर पहुंचा और मेरे पिता की बेरहमी से पिटाई की और कुछ कागजों पर उनसे जबरन साइन करवाया। इसके बाद मंदिर के सारे ताले कटर से काटकर उसने अपना ताला जड़ दिया। इस दौरान वहां मेरी मां पहुंची तो उसने उनसे भी अभद्रता किया और बोला कि मेरी सरकार है तुमलोग कुछ नहीं कर सकते।

यह भी पढ़ें: जूते की दुकान खोलने वाले बच्चे पर फूटा शाजापुर अपर कलेक्टर का गुस्सा, दुकान खोलने पर बच्चे को जड़ दिया थप्पड़

हरि ने बताया कि मां किसी तरह उन्हें घर लेकर आई। पूरी रात वे दर्द से कराहते रहे। अगले सुबह तबियत और बिगड़ गई तो हम उन्हें लेकर अरबिंदो अस्पताल पहुंचे। यहां दो घंटे बाद उन्हें भर्ती किया गया। हरि इसके बाद थाने पहुंचे जहां रिपोर्ट लिखवाने के लिए उन्हें 3 घंटे काफी मशक्कत करनी पड़ी। उधर शाम चार बजे अस्पताल वालों ने मुझे बिना बताए छुट्टी करवा दी। घर आने के दो घंटे के बाद ही पिताजी ने दम तोड़ दिया। 

मामले पर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने ट्वीट किया, 'भाजपा के नेताओं की क़ीमती ज़मीनों की भूख उनसे कुछ भी करा सकता है। इंदौर पुलिस को दोषियों के ख़िलाफ़ हत्या का प्रकरण बनाने पर विचार करना चाहिए।' उधर पुलिस का कहना है कि अस्पताल से परिजन ही छुट्टी कराकर ले गए थे। एफआईआर को लेकर पुलिस का कहना है कि बेटे ने मारपीट की शिकायत की थी, अब आगे पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मुकदमा किया जाएगा।