अलोट। मध्य प्रदेश में वन माफियाओं का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। रतलाम जिले के आलोट तहसील में सैकड़ों की संख्या में पेड़ काटे जा रहे हैं और दिन दहाड़े उनका सड़क के रास्ते से तस्करी किया जा रहा है। लॉकडाउन के बावजूद लकड़ी की तस्करी में कोई कमी नहीं आयी है। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चाहे भले ही रोज़ पेड़ लगाने के कार्यक्रम करते रहें, उनके प्रशासन की नाक के नीचे माफिया बेरोकटोक हरियाली उजाड़ रहे हैं। और यह सिर्फ उजाड़ना नहीं है बल्कि धंधा कर रहे हैं।

ऐसा ही एक वाकया बुधवार दोपहर को सामने आया जब ताल तहसीलदार स्वाति तिवारी और उनकी टीम ने ट्रैक्टर ट्रॉली पर लदी लकड़ी के बड़े बड़े गट्ठर को पकड़ा। टीम ने सभी लकड़ियों को ज़ब्त कर ट्रॉली के चालक को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले जब तिवारी ने चालक को लकड़ियों के काग़ज़ात दिखाने को कहा था तो वह नहीं दिखा पाए। पुलिस ने तत्काल चालक और ट्रॉली के विरूद्ध पंचनामा बनाकर दोनों को हिरासत में ले लिया है।

यह भी पढ़ें: अमूल ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, PETA को बैन करने की मांग, विदेशी साजिश का लगाया आरोप

आलोट के उपविभागीय अधिकारी राजेश कुमार शुक्ला ने बताया है कि मामले जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों की मानें तो प्रशासन को बार बार शिकायत दर्ज करवाने के बाद भी वन माफियाओं पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है। यहां तक कि जब कोई लकड़ियों की तस्करी करते पकड़ा भी जाता है तो पुलिस उन्हें माफियाओं के दबाव में छोड़ देती है।