अमूल ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, PETA को बैन करने की मांग, विदेशी साजिश का लगाया आरोप

जानवर अधिकार की रक्षा करने वाली संस्था पेटा ने अमूल को वीगन उत्पादन करने के लिए कहा था, अमूल ने कहा है कि पेटा 10 करोड़ भारतीयों के आय का साधन छीनना चाहता है

Updated: Jun 02, 2021, 11:01 AM IST

Photo Courtesy: Livelaw
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नई दिल्ली। वीगन मिल्क प्रोडक्ट को लेकर पेटा और अमूल के बीच छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश की सबसे बड़ी डेयरी अमूल ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर पेटा इंडिया को बैन करने की मांग की है। अमूल ने कहा है कि पेटा 10 करोड़ भारतीयों से उनके आय का स्रोत छीनना चाहता है। कंपनी ने कहा है कि पेटा भारत के खिलाफ विदेशी साजिश में संलिप्त है।

अमूल के उपाध्यक्ष वलमजी हुम्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित पत्र में लिखा, 'भारत के जीडीपी में डेयरी क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है। लेकिन पेटा जैसी संस्था डेयरी क्षेत्र को तोड़ने का प्रयास कर रही है। पेटा की हरकतों से भारतीय डेयरी क्षेत्र की छवि खराब हो रही है। पेटा जैसे अवसरवादी संगठनों द्वारा फैलाई गई गलत सूचना से भारतीय जीडीपी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इस तरह के संगठन भारत के दूध उत्पादकों को बेरोजगार करने की साजिश का हिस्सा हैं।' हुम्बल ने पीएम से मांग की है कि देश में पेटा को बैन किया जाए और उनकी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगे।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, जानवरों के अधिकारों और संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था पेटा इंडिया ने बीते हफ्ते अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस सोढ़ी को पत्र लिखकर कहा था कि कंपनी को वीगन मिल्क प्रोडक्ट्स पर शिफ्ट करने के बारे में विचार करना चाहिए। पेटा के इस पत्र के जवाब में अमूल ने संगठन पर तीखा हमला किया था।

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अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि, 'पेटा चाहता है कि अमूल 10 करोड़ भारतीयों के आय का स्रोत छीन ले। देश के 10 करोड़ डेयरी किसानों में से 70 फीसदी यानी कि सात करोड़ भूमिहीन हैं। अमूल के इस कदम से ऐसे किसानों की आजीविका और उनके बच्चों की पढ़ाई संकट में आ जाएगी।' अमूल ने जानवरों के साथ क्रूरता के सवाल पर कहा कि भारतीय लोग दुधारू पशुओं को परिवार के जैसा पालते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केमिकल से बने सिंथेटिक दूध को आम लोग खरीदने में सक्षम नहीं है।