मऊगंज। मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। इस हमले में एक ASI की मौत हो गई। तहसीलदार के हाथ पैर टूट गए। एक अन्य व्यक्ति की भी हत्या कर दी गई। घटना के बाद गांव में धारा 163 लागू कर दी गई है।
मामला मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव का है। बताया जा रहा है कि यह पूरा विवाद दो महीने पहले हुए एक सड़क हादसे से जुड़ा है। हादसे में अशोक कुमार आदिवासी की मौत हो गई थी। आदिवासी परिवार ने इसे हादसा न मानते हुए सनी द्विवेदी नाम के युवक पर हत्या का आरोप लगाया था।
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शनिवार शाम करीब 4 बजे आदिवासी परिवार ने सनी द्विवेदी को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया और उसकी पिटाई की। मारपीट में सनी की मौत हुई। पुलिस को खबर मिली थी कि गांव में एक युवक को बंधक बनाकर पीटा जा रहा है। उसी को बचाने टीआई अपनी टीम के साथ गए थे।
उसे बचाने पहुंचे टीआई समेत पुलिस की टीम पर भी आरोपियों ने हमला कर दिया। हमले में एक एएसआई रामगोविंद गौतम की मौत हो गई है। टीआई संदीप भारती के सिर पर गंभीर चोट आई है। वहीं, हनुमना तहसीलदार कुमारे लाल पनका को भी पीटा गया है, जिसमें उनके हाथ-पैर में फ्रैक्चर है। इसके अलावा 8 और पुलिसकर्मी हमले में घायल हैं।
बताया जा रहा है कि इस दौरान एसडीओपी अंकिता शूल्या और एसआई आरती वर्मा ने खुद को बचाने के लिए गांव में ही एक कमरे में बंद कर लिया था। इसके बाद भारी पुलिस फोर्स पहुंचा। फायरिंग करते हुए पुलिस अंदर घुसी और बंधक बनी एसआई-एसडीओपी को बाहर लाई। साथ ही ASI गौतम और सनी द्विवेदी के शव को भी बाहर लाया गया।