MP: बांधवगढ़ में नहीं थम रहा हाथियों की मौत का सिलसिला, 10वें हाथी की भी हुई मौत

बांधवगढ़ नेशनल पार्क में गुरुवार को दो और हाथियों ने दम तोड़ दिया। दोपहर में 9वें हाथी और शाम को दसवें हाथी की मौत हुई।

Updated: Nov 01, 2024, 02:34 PM IST

उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। गुरुवार को यहां दो और हाथियों ने दम तोड़ दिया। इस तरह तीन दिन में अबतक कुल दस हाथियों की मौत हो चुकी है। गुरुवार दोपहर में 9वें हाथी और शाम को दसवें हाथी की मौत हुई।

एक-एक करके महज तीन दिनों के भीतर ही 10 हाथियों की मौत ने मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मचा दिया है। हालांकि, अबतक ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि आखिर दस हाथियों का हत्यारा कौन है? फिलहाल, मामला जांच में है। मध्य प्रदेश समेत दिल्ली की टीम ने एसआईटी गठित की है। ये समिति 5 किलोमीटर के दायरे की जांच कर मौत के कारणों पर स्पष्ट रिपोर्ट बनाएगी।

जानकारी के मुताबिक मंगलवार को माहुर रोग से बचाव के लिए किसानों ने फसल में कीटनाशक छिड़का था। उसी फसल को हाथियों के झुंड खा गया। माना जा रहा है कि तभी से हाथियों की हालत बिगड़ने लगी थी। मामला उजागर ही उस समय हुआ, जब 4 हाथियों की मौत हो चुकी थी। जबकि 6 हाथी गंभीर हालत में बेहोश पड़े मिले थे। इनमें से 3 हातियों ने उसी रात को दम तोड़ दिया था। जबकि, 3 हाथियों का इलाज चल रहा था, जिसमें एक हाथी ने बुधवार को, जबकि एक एक करके दो हाथियों ने गुरुवार दम तोड़ दिया।

मध्य प्रदेश सरकार के निर्देश पर प्रदेश के मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक ने पांच सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है तो वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली ने भी एसआईटी गठित की है। वहीं नेशनल टाइगर कंजरवेटर अथॉरिटी की टीम भी बांधवगढ़ पहुंच गई है। इधर, स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने डॉ स्क्वॉड की मदद से सात खेतों में पहुंचकर और सात घरों में जाकर तलाशी ली गई। पूछताछ के लिए पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन फिलहाल विभाग मौक के कारणों का पता नहीं लगा पाया है।