मध्य प्रदेश के बार फिर बदनामी के साथ नंबर वन हुआ है। दरअसल लॉक डाउन के बाद अब तक अपने घर लौटने की कोशिश में देश भर में 71 मजदूर अपनी जान गंवा चुके हैं। बीते 5 दिनों में औसतन हर तीन में 2 मजदूरों की मौत हो रही है। अब तक 71 मजदूरों की मौत सड़क हादसों में हुई है जबकि 2 मजदूरों ने पैदल चलते हुए दम तोडा है। लेकिन सबसे ज्यादा चिंताजनक आंकड़ा मध्य प्रदेश के लिए है जहां के 23 मजदूर अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं। 25 मार्च के बाद लोग अपने घरों की ओर किसी भी तरह लौटने का प्रयास कर रहे हैं। सेव लाइफ फाउंडेशन के मुताबिक सबसे ज्यादा हादसे  हरियाणा, गुजरात,महाराष्ट्र, कर्नाटक, और मध्य प्रदेश में हुए हैं। औरंगाबाद हादसे में 16 लोगों की मौत के अलावा उत्तर प्रदेश में हुए एक सड़क हादसे में भी मध्य प्रदेश के लोगों की मौत हुई थी। 

Click MP : मौत में आगे, टेस्‍ट में फिसड्डी

एक तरफ मध्य प्रदेश की सरकार मजदूरों की मदद करने और उन्हें लाने के दावे कर रही है वहीं मजदूरों की लगातार हो रही मौत उसके दावों की कलई खोल रही हैं। इसी को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी ट्वीट करके शिवराज सरकार पर निशाना साधा है।