NRI Summit: CM शिवराज ने दूसरे दिन भी माफी मांगी, सिंधिया ने युवाओं को दिया लर्न, अर्न एंड डू रिटर्न का मंत्र

सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि तीन दिन आनंद, उत्सव और उमंग के रहे, 3 दिन कैसे कटे पता ही नहीं चला। अब मन ये सोच कर भारी हो रहा है कि आप चले जाओगे, यहीं रह जाओ ना।

Updated: Jan 10, 2023, 02:10 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आज समापन हो गया। कल हुई अववस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दूसरी बार प्रवासी भारतीयों से माफी मांगी। सीएम शिवराज सिंह ने समापन सत्र के दौरान हाथ जोड़कर कहा कि जो भी असुविधा हुई उसके लिए हमें क्षमा कीजिए। हॉल छोड़ा पड़ गया, लेकिन हमारे दिल बड़े हैं।

सीएम ने अपने संबोधन में कहा, 'इस आयोजन को लेकर मन भावविभोर है, प्रसन्नता से भरा है, लेकिन उदासी भी है, क्योंकि अब आप जाने वाले हैं। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि तीन दिन आनंद, उत्सव और उमंग के रहे, 3 दिन कैसे कटे पता ही नहीं चला। अब मन ये सोच कर भारी हो रहा है कि आप चले जाओगे, यहीं रह जाओ ना।' शिवराज सिंह ने शायरी सुनाते हुए कहा, 'सितारों को आंखों में महफूज रखना, बड़ी दूर तक रात ही रात होगी। मुसाफिर हो तुम भी, मुसाफिर है हम भी, फिर किसी मोड़ पर मुलाकात होगी।'

सीएम शिवराज सिंह ने प्रवासी भारतीयों से अपील की है कि विदेश में भारतीय छात्र-छात्राओं के लिए एक हैल्प डेस्क बनाएं। जहां उनकी हर समस्या का समाधान हो जाए। सीएम ने कहा कि हमने फ्रेंड्स ऑफ एमपी पोर्टल बनाया है, जहां आप अपने प्रस्ताव, सुझाव दे सकते हैं। वहां आपको फौरन रिस्पॉन्स मिलेगा।

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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारे प्रवासी भारतीयों ने देश का नाम दुनिया में रोशन किया है। किसी भी व्यक्ति की पहचान उनकी माटी और उसके देश से होती है। भारत का कोई भी सपूत, कोई भी पुत्र-पुत्री, विश्व के किसी भी कोने में रहे हों, वो भारत का सपूत पुत्र-पुत्री कभी भी भारतीयता से जुदा नहीं हो सकते। हमारे भारत की जनसंख्या 135 करोड़ नहीं, 138 करोड़ है, इसमें 3 करोड़ हमारे प्रवासी भारतीय शामिल हैं।

उन्होंने प्रवासी भारतीयों से कहा कि भारत की इस ग्रोथ स्टोरी में भागीदार बनिए। प्रधानमंत्री के संकल्प को मजबूत करें, अपनी जन्मभूमि से जुड़े रहें और हमारे युवाओं को जो देश के बाहर काम कर रहे हैं, उनके लिए मेरा एक ही मंत्र है, एक ही संदेश है, LER... लर्न, अर्न एंड डू रिटर्न। क्योंकि आपकी डेस्टिनी यहीं है भारत माता के साथ, मुझे विश्वास है कि आपकी भागीदारी के साथ ये सदी भारत की होगी।